नई दिल्ली: कोरोना माहमारी का प्रकोप भारत में तेजी से बढ़ता जा रहा है। बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के जो आंकड़े सामने आए हैं वो चिंताजनक हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे के भीतर देश में कोरोना वायरस के 3900 नए मामले सामने आए हैं। इसी 24 घंटे के अंदर 195 लोगों की मौत हो गई है। हालांकि इस बीच एक राहत देने वाली खबर सामने आई है। भारत कोरोना की दवा बनाने के करीब पहुंच चुका है। हैदराबाद स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिल टेक्नोलॉजी (IICT) ने कोरोना के उपचार में इस्तेमाल हो रहे रेमडेसिवीर के लिए स्टार्टिंग मैटेरियल को सिन्थेसाइज्ड (संश्लेषित) किया है, जो वैक्सीन बनाने की दिशा में पहला कदम है। हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, IICT ने सिप्ला जैसी दवा निर्माताओं के लिए काम आरंभ किया है ताकि आवश्यकता पड़ने में भारत में भी इसे बनाया जा सके। इससे कुछ दिनों पहले ही अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने कोरोना के मरीजों के उपचार के लिए रेमडेसिविर के आपात इस्तेमाल की स्वीकृति दे दी है। यह मंजूरी तब दी गई है जब कुछ शोधकर्ताओं ने पाया कि यह दवा संक्रमित लोगों को तेजी से ठीक होने में सहायता करती है। इस उत्पादन को लेकर रेलवे ने बनाया रिकार्ड दिल्ली से इस देश के लिए उड़ेगी पहली फ्लाइट, शुरू हुई टिकट बुकिंग शेयर बाज़ार में आया भूचाल, 2000 अंक से ज्यादा टूटा सेंसेक्स