दो बार की ओलंपिक पदक विजेता PV सिंधु के सामने एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप में बुधवार (26 अप्रैल) से शुरू हो रहे मुख्य ड्रॉ में अपने पदक का रंग बदलने की कड़ी चुनौती होने वाली है। टूर्नामेंट के क्वालिफाइंग मुकाबले मंगलवार से शुरू हो गए, लेकिन सभी शीर्ष खिलाड़ी बुधवार से मुख्य ड्रॉ में खेलने उअतरने वाले है। इंडिया का इस चैंपियनशिप में पदक जीतना आसान नहीं रहेगा क्योंकि शीर्ष खिलाड़ियों के सामने अपनी खोई लय को वापस पाने की चुनौती होने वाली है। इंडिया 1965 से इस टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल नहीं जीता है। दिनेश खन्ना स्वर्ण जीतने वाले पिछले और एकमात्र खिलाड़ी हैं। ऐसे में सिंधु एचएस प्रणय और लक्ष्य सेन के आगे स्वर्ण जीतने की राह आसान नहीं होने वाली है। सिंधू इस चैंपियनशिप में 2 बार कांस्य पदक भी अपने नाम कर चुकी है। उन्होंने 2014 और 2016 में कांस्य पदक जीते थे। वहीं, प्रणय ने 2018 में वुहान में कांस्य गोल्ड मेडल जीता था। ताइवान की खिलाड़ी से सिंधू का पहला मैच: चोट के उपरांत वापसी करने वाली सिंधू मैड्रिड ओपन के फाइनल में पहुंची थीं। 8वीं वरीयी सिंधू अपने अभियान की शुरुआत ताइवान की वेन ची-सू के खिलाफ करने वाले है। पुरुष एकल में विश्व के नौवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय ने अपने प्रदर्शन में निरंतरता भी दिखा दी है और वह म्यांमार के पेई नाइंग के खिलाफ अपने पहले दौर के मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन करना चाह रहे है। पूर्व विश्व चैंपियन से भिड़ेंगे लक्ष्य सेन: 2021 वर्ल्ड चैंपियनशिप के सिल्वर मेडल विजेता किदांबी श्रीकांत बहरीन के एडनन इब्राहिम के विरुद्ध खेलने वाले है। विश्व के छठे नंबर के खिलाड़ी रहे लक्ष्य का इस साल प्रदर्शन निराशाजनक थाऔर टूर्नामेंटों में वह जल्दी बाहर हुए हैं। राष्ट्रमंडल खेलों के विजेता लक्ष्य का पहले दौर में मुकाबला काफी मुश्किल रहेगा क्योंकि उनकी भिड़ंत पूर्व विश्व चैंपियन सिंगापुर के लोह कीन वेई से होने वाली है। यूट्यूब वीडियो लाइक करना महिला को पड़ा भारी, अकाउंट से उड़ गए 24 लाख रुपये एशियाई खेलों की तैयारियों के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर सकती है भारतीय महिला हॉकी टीम 10 साल बाद मां बनीं ये अदाकारा, बेटी का हुआ जोरदार स्वागत