नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा करने के लिए नीति की पहली बैठक पर मल्टीएजेंसी मैरीटाइम सिक्योरिटी ग्रुप का उद्घाटन किया। डोभाल ने कहा कि कई स्थानों, जैसे सीमाओं और राष्ट्र के अन्य क्षेत्रों के लिए सुरक्षा चिंताएं बहुत अलग हैं। उन्होंने दावा किया कि हमारे पड़ोसियों के साथ हमारी सीमा को पूरी तरह से बाड़ लगाना असंभव था। भूमि सीमाओं में संप्रभुता की अवधारणा भौगोलिक और अच्छी तरह से परिभाषित है, उन्होंने कहा, इसलिए आप उन्हें 24 घंटे की निगरानी में नहीं रख सकते हैं। डोभाल ने कहा कि खुफिया सेवाओं द्वारा सुरक्षा मुद्दों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई थी। उन्होंने जासूसी, बंदूक चलाना, आतंकवाद का मुकाबला करना और तस्करी जैसे विषयों को भी कवर किया। डोभाल ने जोर देकर कहा कि इस बात से इनकार करना असंभव है कि विदेशी खुफिया जासूसी और तोड़फोड़ करने का प्रयास करता है। उन्होंने आगे कहा कि हिंद महासागर प्रतिस्पर्धी हो गया है और लोगों को टकराव को रोकने के लिए लगातार सतर्क रहने की जरूरत है। डोभाल ने कहा कि भारत आपदा के समय और अन्य मुद्दों जैसे संकटों के दौरान पड़ोसी देशों की मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि एक शक्तिशाली समुद्री प्रणाली स्थापित करने का क्षण आ गया है। बम-बम भोले के उद्घोष के साथ प्रारंभ हुई अमरनाथ यात्रा, 2 साल से कोरोना के चलते थी बंद केजरीवाल का दिल्ली मॉडल फेल ! मानसून की पहली बारिश में ही पानी-पानी हुई राजधानी, कई जगह चक्का जाम ITBP में नौकरी PAANE के लिए बचे है कुछ ही दिन, ये लोग कर सकते है आवेदन