श्रीहरिकोटा से लांच किया गया जीसेट-29 तय कक्षा में पहुंचा, मिलेगा हाई स्पीड इंटरनेट

नई दिल्ली: देश के वैज्ञानिकों द्वारा लगातार ​ही विज्ञान के क्षेत्र में सफल कार्य किए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार बता दें कि अब तक की सबसे वजनी भारतीय कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसेट-29 शनिवार को आखिरकार अपनी तय कक्षा में सही कोण पर स्थापित हो गई है। वहीं इस सैटेलाइट को इसरो ने अपने बाहुबली जीएसएलवी मॉक-3 रॉकेट के जरिए 14 नवंबर को श्रीहरिकोटा स्थित स्पेस लांच सेंटर से भेजा था। 

गुजरात: सड़क दुर्घटना में हुई एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत

यहां बता दें कि जीसेट 29 को संचार के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया है। श्रीहरिकोटा से इसे लांच किया गया था। जिसने इसे पृथ्वी की पहली कक्षा तक पहुंचा दिया था और अब जल्द ही इस सैटेलाइट के जरिए जम्मू-कश्मीर के दुर्गम क्षेत्रों में भी हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा मिलने लगेगी। बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने शनिवार को ट्वीट करते हुए बताया कि जीसेट-29 को लिक्विड अपोजी मोटर इंजन की मदद से तीसरी और फाइनल कक्षा में तय स्थान पर स्थापित कर दिया गया है। सुबह 9.57 बजे शुरू किए गए इंजन को इसके लिए 207 सेकंड तक चलाया गया।

लालू की हालत नाज़ुक, डॉक्टर ने कहा तलाशना होगा दूसरा विकल्प

गौरतलब है कि भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा लांच किए गए जीसेट 29 से अब कम्युनिकेशन में काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा इंटरनेट भी सुगमता से चलेगा। यहां बता दें कि अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद यह तीसरी बार सैटेलाइट को सही स्थान तक पहुंचाने के लिए इंजन को चलाया गया। इससे पहले इसरो के वैज्ञानिकों ने गुरूवार सुबह 8.34 बजे सैटेलाइट का इंजन 4875 सेकंड 1.35 घंटे तक चलाकर पहली कक्षा पार की थी, फिर शुक्रवार को सुबह 10.27 बजे सैटेलाइट का इंजन दोबारा 4988 सेकंड तक चलाकर दूसरी कक्षा पार की गई थी। 

खबरें और भी 

नहीं रहे 1971 में पाकिस्तान को धूल चटाने वाले ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी

पीएम मोदी के चैलेंज का चिदंबरम ने दिया करारा जवाब, गिनवाए गैर गाँधी-नेहरू कांग्रेस अध्यक्षों के नाम

ताजमहल में फिर उपजा विवाद, अब हिन्दू महिलाओं ने परिसर में कर दी आरती और पूजा

Related News