इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने बुधवार को पुष्टि की कि करतरपुर साहिब गलियारे पर भारत के साथ औपचारिक संचार नहीं हुआ है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "करतरपुर गलियारे पर भारत के साथ कोई औपचारिक संचार नहीं किया गया है पाकिस्तान इस मुद्दे पर खुला और सकारात्मक बना हुआ है." अब सिर्फ 13 हज़ार रूपए में जा सकते हैं अमेरिका इस्लामाबाद से पुष्टि के एक दिन बाद विदेश मंत्री (ईएएम) सुषमा स्वराज ने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल को एक पत्र लिखा था कि पाकिस्तान ने भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए करतरपुर मार्ग खोलने के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. पत्र में, स्वराज ने सूचित किया था कि पिछले कुछ वर्षों में, पाकिस्तानी अधिकारियों ने केवल सीमित संख्या में भारतीय तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारा और पाकिस्तान के अन्य मंदिरों की अनुमति दी है. हालांकि सुषमा ने ये आश्वासन दिया है कि भारत इस मामले में पाकिस्तान से बात कर रहा है. चंदा कोचर मामला: सेबी के साथ समझौते को तैयार हुई आईसीसीआई उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के एक बयान के बाद यह पूरा विवाद शुरू हुआ है, जिसमे उन्होंने कहा है कि अगले वर्ष गुरु नानक की 550 वीं जयंती के अवसर पर पाकिस्तान करतरपुर साहिब को गलियारे खोल देगा. आपको बता दें कि भारत-पाकिस्तान सीमा से सटा करतरपुर मार्ग पंजाब के गुरदासपुर से 3 किलोमीटर दूर है, यदि यह खोला जाता है तो यह सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान के करतरपुर में ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब तक सीधे पहुंचने की अनुमति मिल जाएगी जहां गुरु नानक की मृत्यु 1539 में हुई थी. खबरें और भी:- 'अब मुस्लिम न दाढ़ी रखेंगे और न नमाज पढ़ेंगे' 7 साल की मासूम बनी हैवानियत का शिकार, दरिंदे ने प्राइवेट पार्ट में डाला पाइप असम NRC : आज सुप्रीम कोर्ट तय करेगी 40 लाख लोगों का भविष्य