वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वायु गुणवत्ता को लेकर भारत, चीन और रूस पर गंभीर आरोप लगाया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि ये मुल्क वायु की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं रख रहे हैं, जबकि अमेरिका रखता है। राष्ट्रपति ट्रंप ने पेरिस क्लाइमेट समझौता को 'एकतरफा, ऊर्जा बर्बाद' करने वाला करार दिया है। ट्रम्प ने आगे कहा कि वह इस समझौते से अलग हो चुके हैं, जो अमेरिका को एक 'गैर प्रतिस्पर्धी राष्ट्र' बनाता है। ट्रंप ने चीन पर हमला बोलते हुए कहा है कि वो चाहते हैं कि हम अपनी वायु की देखरेख करें, किन्तु चीन खुद अपनी वायु की देखभाल नहीं करता है। भारत और रूस भी अपनी-अपनी वायु गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखते हैं। किन्तु हम करते हैं। ट्रंप ने आगे कहा कि जब तक वो राष्ट्रपति हैं, हमेशा अमेरिका को पहले पायदान पर रखेंगे। यह बेहद सीधी सी बात है। राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि, " कई सालों तक हमने दूसरे देशों को पहले रखा और अब हम अमेरिका को आगे रखेंगे। जैसा कि हमने अपने मुल्क के शहरों में देखा कि कट्टरपंथी डेमोक्रेट्स न सिर्फ टेक्सास के तेल उद्योग को तबाह करना चाहते हैं, बल्कि वे हमारे देश को भी तबाह करना चाहते हैं।" राष्ट्रपति ट्रम्प ने इन देशों पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे कट्टरपंथी राष्ट्र किसी भी तरीके से देश से प्यार नहीं करते हैं। उनमे अमेरिकी जीवन पद्धति के लिए कोई आदर नहीं है। हमारे लोग अपने देश, राष्ट्रगान और झंडा से प्यार करते हैं। ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन की फोटो हुई वायरल, चला रहे थे मेड-इन-इंडिया की हीरो साइकिल डोनाल्ड ट्रम्प का बड़ा फैसला, इस देश से अपने 12 हज़ार सैनिक वापस बुलाएगा US अमेरिका में पढ़ाई जाएंगे महात्मा गांधी के विचार, US कांग्रेस कमिटी में प्रस्ताव पारित