नई दिल्ली: देश में ही बनी नई जनरेशन की विकिरण रोधी मिसाइल 'रूद्रम' का आज ओडिशा के व्हीलर द्वीप से आज सफल टेस्ट कर लिया गया है। रूद्रम पहली स्वदेशी विकिरण रोधी मिसाइल है और इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने एयर फ़ोर्स के लिए विकसित किया है। रूद्रम को आज सुखोई -30 लड़कू विमान से लक्ष्य भेदने के लिए छोड़ा गया और इसने विकिरण लक्ष्य पर अचूक निशाना साधा। अभी इस मिसाइल के लिए सुखोई- 30 को लांचिंग प्लेटफार्म के तौर पर चुना गया है और यह लांचिंग स्थिति के मुताबिक अलग-अलग रेंज तक मार करने में सक्षम है। इस परीक्षण की सफलता के साथ ही देश ने शत्रु के रडार, संचार स्थलों और विकिरण आधारित अन्य लक्ष्यों को तबाह करने के लिए लंबी दूरी की विकिरण रोधी मिसाइल विकसित करने की क्षमता प्राप्त कर ली है। आपको बता दें कि भारत ने बुधवार को ओडिशा तट पर एक टेस्ट फैसिलिटी से स्वदेशी बूस्टर के साथ एक विस्तारित-रेंज वाले सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का परिक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। भारत-रूस के संयुक्त उद्यम, ब्रह्मोस मिसाइल तकरीबन 400 किलोमीटर तक सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। लगातार 13वें साल देश के सबसे रईस शख्स बने मुकेश अंबानी, Forbes ने जारी की सूची जापान निवासियों को सिंगापुर सहित 12 देशों की यात्रा की मिली अनुमति जानिए इक्विटी म्यूचुअल फंड में वरिष्ठ नागरिकों को कैसे करना चाहिए निवेश