नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने विश्व पटल पर अपनी विनाशकारी निशानदेही की है, जिससे हर देश को बड़ा नुकसान हुआ है. ऐसे में भारत ने इस आपदा को अवसर में बदलकर विश्व को नया मार्ग दिखाया है. पीएम मोदी का कहना है कि इस वैश्विक आपदा से सभी देशों को एकजुट होकर मुकाबला करना होगा, जिसमें पड़ोसी देशों की भूमिका ज्यादा होनी चाहिए. पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश ने पीएम मोदी की इस बात की न सिर्फ गंभीरता को समझा, बल्कि इस पहल को भी अंजाम देना आरंभ कर दिया. कोरोना वैक्सीन के केस में बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोरई स्वामी ने ट्वीट किया है, जिससे यह बात साफ़ है कि पीएम मोदी की अपील से भारत और बांग्लादेश मजबूत संबंधों की नई इबारत लिखने जा रहे हैं. भारत ने भी बांग्लादेश से अपने पुराने और बेहतर संबंधों को रेखांकित करते हुए कदम आगे बढ़ाए हैं, जिसके तहत भारत और बांग्लादेश अब मिलकर कोरोना से लड़ाई लड़ेंगे, जिसकी शुरुआत कोरोना वैक्सीन खुराक से निर्यात के फैसले से हो गई है. बांग्लादेश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और बेक्सीमेको फार्मास्यूटिकल्स के बीच MoU (समझौता ज्ञापन) पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिसके तहत भारत, बांग्लादेश को प्राथमिकता के साथ कोरोना वैक्सीन की तीन करोड़ खुराक मुहैया कराएगा. यह MoU भारत बांग्‍लादेश रिश्तों के बीच विश्वास को और ऊंचाई देगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, लोकप्रियता में हुई वृद्धि कॉरपोरेट घरानों के बैंक स्थापित करने की सिफारिश पर रघुराम राजन और विरल आचार्य ने की आलोचना सीएलएसए द्वारा लक्ष्य मूल्य बढ़ाने के बाद एचडीएफसी बैंक में वृद्धि