नई दिल्ली: इंडियन आर्मी, चीन से सटी बॉर्डर पर अपनी सैन्य शक्ति को और अधिक सशक्त करने में लगी हुई है। इसी के तहत घुसपैठ-विरोधी 120 युद्धक सामग्री और 10 हवाई टारगेट सिस्टम की खरीद की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। अधिकारियों के अनुसार, इन हथियारों को भारतीय खरीद श्रेणी के दायरे के अंदर त्वरित प्रक्रिया के तहत खरीदा जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी है कि खरीद के प्रस्ताव या शुरुआती टेंडर के लिए अपील 14 नवंबर के आसपास जारी की जाएगी। मौजूदा मानकों के तहत, हवाई लक्ष्यीकरण प्रणालियों के लिए 100 किलोमीटर के रेंज की आवश्यकता होगी। उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ लगी बॉर्डर लाइन को देखते हुए इंडियन आर्मी अपनी समग्र युद्धक क्षमताओं में इजाफा कर रही है। आर्मी की तोपखाना यूनिट्स ने पहले से ही के-9 वज्र ट्रैक्ड सेल्फ प्रोपेल्ड हॉवित्जर, अल्ट्रा-लाइट एम-777 हॉवित्जर, पिनाका रॉकेट प्रणाली और धनुष बंदूक प्रणाली तैनात की है। दूसरी तरफ, आर्मी ने अपनी नए डिजाइन और छद्मावरण पैटर्न वाली यूनिफॉर्म का बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) को पंजीकृत कराया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि डिजाइन और छद्मावरण पैटर्न का विशेष IPR अब पूरी तरह से इंडियन आर्मी के पास हैं। इसलिए किसी भी ऐसे विक्रेता की तरफ से वर्दी का निर्माण करना, जो ऐसा करने के लिए अधिकृत नहीं है, उसे अवैध गतिविधि में शामिल माना जाएगा। साथ ही उस पर कानूनी कार्रवाई भी होगी। दिल्ली MCD चुनाव का ऐलान आज, शाम 4 बजे चुनाव आयोग की प्रेस वार्ता 'शिव, गणेश, विष्णु से गौरी-देवी तक...' 8 चीतों के लिए देशभर से सुझाए गए 11 हजार नाम ‘…भारत को हराने पर जिम्बाब्वे के लड़के से शादी करूँगी: इस एक्ट्रेस ने किया एलान