'यत्र नार्यस्तु पूजयन्ते रमन्ते तत्र देवता' के सिद्धांत पर चलने वाला हमारा देश अब इस सिद्धांत को भूल गया है। ऐसा लगता है कि अब देश इसकी विपरीत धारा में बह रहा है और नारियों पर अत्याचार के सिद्धांत को पूज रहा है। यह हम नहीं बल्कि देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के बढ़ते आंकड़े कह रहे हैं। न केवल एनसीआरबी के आंकड़े बल्कि अब विदेशी संस्थाओं का भी ऐसा ही मानना है कि भारत महिलाओं के लिए दुनिया में सबसे खतरनाक देश बन गया है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन ने दुनिया भर के देशों को लेकर एक सर्वे किया। इस सर्वे में सामने आया कि भारत में महिलाओं की स्थिति सीरिया और अफगानिस्तान से भी ज्यादा खराब है यानी सीरिया और अफगानिस्तान जैसे संकीर्ण सोच रखने वाले देश भी हमसे आगे हैं। फाउंडेशन ने यह रिपोर्ट महिला मुद्दों के 550 एक्सपर्ट्स की राय लेने के बाद तैयार की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं के लिए खतरनाक देशों की सूची में भारत पहले नंबर पर है, जबकि अफगानिस्तान दूसरे और सीरिया तीसरे नंबर पर है। वहीं इस सूची में सऊदी अरब पांचवे नंबर पर है। रिपोर्ट कहती है कि भारत की यह स्थिति इसलिए है, क्योंकि यहां पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों को मिटाने के लिए जरूरी प्रयास नहीं किए जाते। महिलाओं की स्थिति को लेकर शासकीय प्रयासों में कमी देखी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में आए दिन दुष्कर्म की खबरें आती हैं, विरोध प्रदर्शन होते हैं, लेकिन इनके बावजूद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। Video : ऐसे सँवारे जीवन संवारने वाले पेड़ों की जिंदगी 'सरोद' को दुनिया में पहचान दिलाने वाले नायाब उस्ताद इस मंदिर में शादी करने वाले जोड़े के साथ होता है ऐसा