नई दिल्लीः अमेरिका के ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत भारत को जीएसपी यानि विशेष कारोबारी तरजीह करने के बाद भी देश से अमेरिका को होने वाले निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी करीब 32 फीसदी हुई है। इस आशय की जानकारी भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद ने दी है। दरअसल राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी घरेलू कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के मकसद से भारत से जीएसपी का दर्जा छीन लिया था। भारत ने इस कदम का विरोध भी किया था। लेकिन आंकड़े बता रहे हैं भारत को इससे नुकसान नहीं हुआ है। भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद ने अमेरिकी अंतररराष्ट्रीय व्यापार आयोग के आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि जिन भारतीय वस्तुओं को जीएसपी का लाभ मिल रहा था, उनका निर्यात बीते साल जून के 49.57 करोड़ डॉलर से बढ़कर इस साल जून में 65.74 करोड़ डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। प्लास्टिक रबर, एल्यूमीनियम, मशीन एवं उपकरण, परिवहन उपकरण, चमड़ा, मोती और कीमती पत्थर जैसे उत्पादों का निर्यात बढ़ा है। भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद यानि टीपीसीआइ के चीफ मोहित सिंगला ने एक बयान जारी करके कहा कि बीते साल जून की तुलना में इस साल जून में जीएसपी सुविधा से हटाए गए भारतीय उत्पादों का अमेरिका को निर्यात 32 प्रतिशत बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि यह महत्वपूर्ण रुझान है, क्योंकि इससे पहले जीएसपी के तहत 19 करोड़ डॉलर के पायदा का दावा किया गया था। सिंगला ने कहा कि भारत में वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता है। वाहन उद्योग में 13 लाख लोगों ने गंवाई नौकरी यूएस-चाइना ट्रेड वार से चीन को भारी नुकसान एतिहाद ने जेट एयरवेज में निवेश बढ़ाने से किया इनकार