हनोई: वियतनाम और कंबोडिया की पांच दिवसीय यात्रा के पहले चरण में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज वियतनाम की राजधानी हनोई पहुंची हैं, सुषमा स्वराज की वियतनाम और कंबोडिया की पांच दिवसीय यात्रा का उद्देश्य दो महत्वपूर्ण आसियान क्षेत्रों के साथ भारत के रिश्ते को सुदृढ़ बनाना है. सुषमा स्वराज और वियतनाम के विदेश मंत्री फाम बिन्ह मिन्ह ने आज दोनों देशों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है. इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे पर तैयार किया प्रस्ताव विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि उनका कार्य पूर्व नीति को तेज कर रहा है, उन्होंने ट्वीट में लिखा कि यह यात्रा हमारे उच्च स्तरीय दक्षिणपूर्व एशियाई देशों को जारी रखने में सहायक होगी. उन्होंने लिखा कि एशियान समूह के दो शक्तिशाली देश वियतनाम और कंबोडिया के साथ भारत के संबंध प्रगति पर हैं. भारत के प्रशासन पर ऊँगली उठाता दुबई के शासक का ट्वीट वियतनाम में, सुषमा अपने सहयोगी फाम बिन मिन्ह के साथ संयुक्त आयोग की 16 वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगी, वे वियतनामी प्रधान मंत्री गुयेन शुवान फुक से भी मिलेंगी, साथ ही सुषमा स्वराज आज हिंद महासागर सम्मेलन के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगी. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि यह यात्रा वैश्विक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर एक राजनीतिक नेतृत्व के साथ और इन देशों और आसियान के साथ हमारे सामरिक विनिमय को आगे बढ़ाने के लिए व्यापक चर्चा पर आधारित है. खबरें और भी:- किसी आर्मी कमांडो से काम नहीं होती जापान के बुलेट ट्रेन कर्मचारियों की ट्रेनिंग महिला ने मोबाइल लेने के लिए अपने डेढ़ माह के बच्चे को बेचा गृह युद्ध से जूझ रहे सीरिया को मिली राहत की साँस, ईरान ने बढ़ाया दोस्ती का हाथ