बेंगलुरु : यहाँ खेले गए तीसरे और आखिरी टी - 20 मैच में जबरदस्त बॉलिंग और बेटिंग के बेहतरीन तालमेल के साथ, रैना-धोनी की शानदार बैटिंग की मदद से भारत ने टी-20 सीरीज के तीसरे और आखिरी मैच में इंग्लैंड को 75 रन से हराकर सीरीज अपने नाम कर ली. इस मैच की जीत के शिल्पकार यजुवेंद्र चहल रहे जिन्होंने 4 ओवर में 25 रन देकर 6 विकेट लिए. इस मैच में युजवेंद्र चहल ने अपने करियर की शानदार गेंदबाजी की. चहल ने मैच में अपना पहला विकेट 1.3 ओवर में सेम बिलिंग्स को आउट कर लिया. ये इंग्लैंड को लगा पहला झटका था. इसके बाद 14वें ओवर में उन्होंने दो जमे हुए बल्लेबाजों (मोर्गन और रूट) को आउट कर इंग्लैंड की हालत खराब करते हुए भारत की विजय की आधारशिला रख दी. वहीं16वें ओवर में उन्होंने तीन विकेट (मोइन अली, बेन स्टोक्स और क्रिस जॉर्डन) लेकर इंग्लैंड की हार को पक्का कर दिया. बता दें कि चहल ने इस मैच में 6/25 विकेट लिए, जो टी-20 में किसी भी भारतीय गेंदबाज का श्रेष्ठ प्रदर्शन है. वहीं चहल की ये गेंदबाजी टी-20 के इतिहास में दुनिया के किसी भी गेंदबाज का तीसरा उम्दा प्रदर्शन है. यही वजह रही कि चहल मैन ऑफ द मैच तो बने ही साथ ही श्रृंखला में सबसे ज्यादा विकेट (8) लेने के कारण उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के ईनाम से भी नवाज़ा. हालाँकि इस मैच में भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने भी शानदार गेंदबाजी करते हुए 14 रन देकर 3 विकेट और अमित मिश्रा ने 4 ओवर में 23 रन देकर 1 विकेट जरूर लिए लेकिन इस अंतिम मैच में चयनकर्ताओं के विश्वास को कायम रखते हुए यजुवेंद्र चहल ने अपनी प्रतिभा का भरपूर प्रदर्शन कर टीम को जीत दिलाई. बेंगलुरु मैच में चमका चहल का यह चेहरा चर्चा का केंद्र बन गया. क्रिकेट में फिर बना अकल्पनीय रिकॉर्ड : ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज ने लिए 6 गेंद पर 6 WICKET दृष्टिहीन विश्व कप : बंगलादेश पर भारत की जीत