चाँद पर सबसे पहले भारत बनाएगा घर

बंगलुरु: इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (इसरो) अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक के बाद एक बड़ी सफलताएं अर्जित कर रहा है. चाँद पर गहरी रिसर्च करने के बाद अब इसरो इस पर घर बनाने की तैयारियों में जुटा हुआ है. इसरो ने चांद पर इग्लू बनाने पर काम शुरू कर दिया है. इसके लिए रोबॉट्स और 3D प्रिंटर्स भेजे जाएंगे और चांद की मिट्टी और अन्य मटीरियल्स का इस्तेमाल किया जाएगा.

आपको बता दें कि, इग्लू बर्फीले क्षेत्रों में रहने के लिए बनाये गए छोटे-छोटे झोपड़ीनुमा मकान होते हैं. वैज्ञानिकों ने इसके लिए 5 डिज़ाइन तैयार किए हैं जिसके जरिये वे चाँद पर चौकियां बनाएंगे. इस अनुसन्धान में 3D प्रिंटर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है. हालांकि, अभी इसके लिए कोई मिशन लांच नहीं किया गया है, लेकिन इसकी रिसर्च का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. गौरतलब है कि, भारत अंटार्टिका में पहले ही इग्लू बना चुका है.

इसरो सैटलाइट सेंटर (Isac) के डायरेक्टर एम. अन्नादुराई ने इस बारे में बात करते हुए बताया है की, अंटार्टिका की तरह हम चाँद पर भी इग्लू बनाएंगे. उन्होंने कहा कि, आकाश की गतिविधियों पर जानकारी हासिल करने के लिए जो स्पेस स्टेशन बनाए जाते हैं, वो ज्यादा दिन नहीं चलेंगे, इसलिए हमने फैसला किया है की हम चाँद पर एक स्थाई आशियाना बनाएंगे. उन्होंने बताया कि, चाँद पर मजबूत ढांचा बनाने के लिए जिस मटेरियल की जरुरत पड़ेगी, वो भी हमारे पास मौजूद है और हमारे पास 60 टन चाँद की मिट्टी भी है.   

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