नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 6 दिवसीय सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजिलिस के दौरे पर गए हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी भारत की आर्थिक हालत स्थिर रही और भारत विश्व के भरोसेमंद भागीदार के रूप में उभरकर सामने आया। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में आज जिस प्रकार के संरचनात्मक सुधार हुए हैं, वो वैश्विक गड़बड़ियों के बीच स्थिरता प्रदान करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि, आज दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में भारत में विकास सबसे अधिक बना हुआ है। विश्व के अन्य हिस्सों विशेष रूप से विकसित देशों की तुलना में भारत में मुद्रास्फीति (महंगाई) अपेक्षाकृत कम है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, जब विश्व कोरोना महामारी के प्रभावों से निपट रही है, तब भारत की इकॉनमी स्थिर बनी हुई है। गोयल ने आर्थिक सुधारों की बात करते हुए ICAI से अपील करते हुए कहा कि वे अपने ग्राहकों के लिए निवेश के जबरदस्त अवसर पेश करें और ब्रांड इंडिया के एंबेसडर बनें। पीयूष गोयल ने अपील करते हुए कहा कि वे One District One Product के संदेश का प्रसार करें। उन्होंने कहा कि, मैं अपील करूंगा कि किसी को भी उपहार देने के लिए 'मेड इन इंडिया' सामान चुनें। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, स्थिर वातावरण के कारण भारत विश्व के सबसे आकर्षक निवेश स्थलों में से एक बन गया है। दुनिया के नेता और विकसित देश भारत के साथ अपने जुड़ाव का विस्तार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। द्विपक्षीय समझौतों के लिए भारत में निवेश के साथ व्यापार का विस्तार करने के लिए ये बेहद अहम है। महंगाई पर क्या बोले पियूष गोयल:- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने महंगाई को लेकर कहा कि, कोरोना और बाद में यूक्रेन रूस युद्ध के कारण पूरे विश्व में महंगाई बढ़ी है। यहां तक कि विकसित देशों में यह 10-11 फीसद है। वहीं, भारत में यह अभी भी 6 -7 फीसद है। उन्होंने आगे कहा कि, भारत में गेम-चेंजिंग आर्थिक सुधार किए गए हैं। वित्तीय गतिविधियों की सीमाओं का विस्तार करने के लिए नया उत्साह है। भारत में विकास दर बताती है कि हम 30 सालों में 30 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनने की तरफ बढ़ रहे हैं। विश्व के तीसरे सबसे रईस व्यक्ति नहीं रहे गौतम अडानी, इस दिग्गज ने पछाड़ा एक छोटी सी गलती की वजह से छिन गई थी साइरस मिस्त्री के हाथों से TATA संस की कमान आखिर कौन थे साइरस मिस्‍त्री, जिन्होंने संभाली थी टाटा संस की कमान