देश के प्रधानमंत्री आजकल अपने दौरे में व्यस्त होने के बाद भी दूसरे कामों के लिए समय निकाल ही लेते है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सूरत में रन फॉर न्यू इंडिया मैराथन को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो का संकल्प लेकर महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ा और 1947 में ऐसे हालात बन गए कि अंग्रेजों को यहां से जाना पड़ा. 1942 से 1947 तक के पांच सालों में देशवासियों ने अंग्रेजों को यहां से जाने पर मजबूर कर दिया और एक नए भारत का जन्म हुआ. देश सरकारों से नहीं बनता है, देश राजनेताओं से भी नहीं बनता है. देश बनता है तो जनता जनार्दन की शक्ति से. उन्होंने कहा कि नया भारत अपने रास्ते पर अग्रसर है. 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होंगे और अगर देश के सवा सौ करोड़ लोग अगर इन पांच सालों में (2018 से 2022 तक) देश को बुलंदी पर पहुंचाने का संकल्प लें तो आजादी के दिवानों ने जो सपना देखा था, वेसा ही एक नये भारत का निर्माण हो सकेगा. एक ऐसा नया भारत जो जातिवाद के जहर से मुक्त हो, सांप्रदायिक वाद-विवाद से परे हो, ऐसा नया भारत जिसमें भ्रष्टाचार की जगह न हो, जहां बहन-बेटियों का सम्मान हो, आदर हो, जो गरीबी और गंदगी से मुक्ति हो, जहां हर किसी को अपने सपनों के अनुकुल काम करने की शक्ति मिले. हर हिन्दुस्तानी चाहता है कि नए भारत का सपना पूरा हो और दुनिया में भारत कि आवाज बुंलद हो. ये तब होता है जब हमारी इच्छा संकल्प में परिवर्तित होती है. भाजपा नेताओं की बड़ी बैठक, इन मुद्दों पर होगी चर्चा श्रीदेवी: कल दोपहर 1 बजे होगा अंतिम संस्कार सीरिया: संघर्ष विराम पर सहमति