नई दिल्ली: चीन का अकेले भारत के साथ ही नहीं, बल्कि कई दूसरे पड़ोसी देशों के साथ भी जमीनी विवाद चल रहा है। इसमें एक नाम वियतनाम का भी शामिल है। वियतनाम भी भारत की तरह चीन की आंखों में आखें डालकर उसकी हर धमकी का मुंहतोड़ जवाब देता रहा है। इस बीच भारत दौरे पर आए वियतनाम के रक्षा मंत्री से मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि भारत वियतनाम को स्वदेश निर्मित मिसाइल जलपोत INS कृपाण उपहार में देगा। बता दें कि, इस वॉरशिप को 'समंदर का खिलाड़ी' कहा जाता है। वहीं, अब भारत के इस कदम से चीन को मिर्ची लग सकती है। उल्लेखनीय है कि, अपने विस्तारवादी और मनमाने रवैये के चलते चीन की अपने पड़ोसी देशों में कभी नहीं बनी। लेकिन, अब पड़ोसियों की जमीन पर बुरी नजर रखने वाले चीन को बड़ा झटका लगा है। भारत यात्रा पर पहुंचे वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल फान वान जियांग के साथ मुलाकात के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया है कि भारत अपने दोस्त वियतनाम को स्वदेश निर्मित मिसाइल जलपोत INS कृपाण उपहार में देगा। इसके साथ ही भारत ने वियतनाम के साथ पनडुब्बी और लड़ाकू जेट संचालन, साइबर सुरक्षा और वियतनामी कर्मियों की ट्रेनिंग को बढ़ाने पर विचार करने की बात भी कही है। सोमवार (19 जून) को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके वियतनामी समकक्ष जनरल फान वान जियांग की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इसमें आपसी सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों, विशेष रूप से रक्षा-औद्योगिक सहयोग और समुद्री सुरक्षा पर मंथन किया गया। सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल प्रणाली, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और अन्य रक्षा उत्पादों के संभावित अधिग्रहण की दिशा में भी दोनों देशों के बीच सकारात्मक वार्ता हुई है। वियतनाम के रक्षा मंत्री ने रक्षा अनुसंधान और अपने रक्षा औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए DRDO हेडक्वार्टर का भी दौरा किया। एक अधिकारी ने बताया है कि, 'वियतनाम स्वदेशी आकाश वायु रक्षा मिसाइलों जैसी प्रणालियों को प्राप्त करने के लिए भारत से बातचीत कर रहा है। उसने इनके सौदे में उत्सुकता जाहिर की है।' सीएम दी योगशाला! भगवंत मान बोले- प्राचीन काल से चला आ रहा योग, पंजाब को सेहतमंद बनाना हमारा उद्देश्य 2000 रुपए की बैंक वापसी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा ? देखें SBI की रिसर्च रिपोर्ट द्रौपदी मुर्मू: शिक्षिका से लेकर देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक, देखें गर्वित आदिवासी महिला का बेहद प्रेरणादायी सफर