भारतीय सेना ने उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया जिसमें दावा किया गया था कि चीनी सैनिकों के संबंध में प्रकाशित 'अपुष्ट तथ्यों' का पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ फिर से टकराव हुआ। सेना ने कहा कि समाचार लेख गलत है और इसका कड़ा खंडन किया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि यह 'अशुद्धियों और गलत सूचनाओं से भरा हुआ है'। चीन के साथ समझौते ध्वस्त होने का उल्लेख करने वाली समाचार रिपोर्ट 'झूठी और निराधार' है। सेना के अधिकारियों के एक बयान में कहा गया था कि 'इस साल फरवरी में अलगाव समझौते के बाद से, किसी भी पक्ष द्वारा उन क्षेत्रों पर कब्जा करने का कोई प्रयास नहीं किया गया है जहां से विघटन किया गया था।' आगे बताया गया कि वहां हाल ही में मीडिया रिपोर्टों के अनुसार लेख में बताया गया है कि गालवान या किसी अन्य क्षेत्र में कोई झड़प नहीं हुई है। रिपोर्टर की मंशा दुर्भावनापूर्ण है और किसी सच्चाई पर आधारित नहीं है। इसके अलावा, अधिकारियों ने उल्लेख किया कि भारत और चीन ने शेष मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत पर काम किया और संबंधित क्षेत्रों में नियमित गश्त जारी है। भारतीय सेना ने बताया कि जमीन पर स्थिति पहले की तरह बनी हुई है और वे पीएलए की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। आलिया-रणबीर की शादी को लेकर सामने आई बड़ी बात, जानिए कब होंगे एक? अब शिक्षकों से नहीं कराए जा सकेंगे गैर-शैक्षणिक कार्य, इलाहबाद हाई कोर्ट का आदेश जारी तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने न्यूमोकोकल वैक्सीन ड्राइव का किया उद्घाटन