नई दिल्ली: हिंदुस्तान की बहादुर सेना की ताकत में और इजाफा होने वाला है। दरअसल, रक्षा मंत्रालय ने देश की सेना को और ताकतवर बनाने के लिए 84 हजार करोड़ रुपये से अधिक की खरीद को हरी झंडी दे दी है। इनमें सैनिकों की सुरक्षा और निगरानी सहित कई उपकरण शामिल हैं। यह मंजूरी ऐसे वक़्त में दी गई है, जब बॉर्डर पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच तल्खी फिर बढ़ गई है। हाल ही में अरुणाचल के तवांग में दोनों सेनाओं के बीच संघर्ष हुआ था। गुरुवार (22 दिसंबर) को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) की मीटिंग हुई। इस दौरान 24 प्रस्तावों को एक्सेप्टेंस ऑफ नैसेसिटी (AON) या स्वीकृति दी गई। इन प्रस्तावों में 6 भारतीय सेना, 6 वायुसेना, 10 नौसेना और 2 तटरक्षकों के प्रस्ताव शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत 84 हजार 328 करोड़ रुपये बताई गई है। खास बात है कि 82 हजार 127 करोड़ रुपये के 21 प्रस्ताव स्वदेशी खरीदी के लिए स्वीकृत किए गए हैं। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 'DAC की यह अद्वितीय पहल न सिर्फ सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण करेगी, बल्कि 'आत्मनिर्भर भारत' के लक्ष्य को हासिल करने के लिए रक्षा उद्योग को भी पर्याप्त बढ़ावा देगी।' इन AON के माध्यम से भारतीय थल सेना को फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, हल्के टैंक और माउंटेड गन प्रणाली मिलेगी। मंजूर किए गए प्रस्तावों में सैनिकों के लिए बेहतर सुरक्षा स्तर वाले बैलिस्टिक हेलमेट की खरीद भी शामिल है। इसके तहत इंडियन नेवी को नेवल एंटी शिप मिसाइल्स, मल्टी पर्पज वैसल्स सहित कई चीजें शामिल हैं। मंत्रालय के मुताबिक, 'इंडियन एयरफोर्स में मिसाइल प्रणाली की नई रेंज, लंबी दूरी के निर्देशित बम, पारंपरिक बमों के लिए रेंज संवर्द्धन किट और उन्नत निगरानी प्रणाली को शामिल' किया जाएगा। तट रक्षक को गश्ती जहाज मिलेंगे। कोरोना संकट में बुरी तरह फंसा चीन, भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ.., क्या सुधरेगा ड्रैगन ? बहन के निकाह के लिए जेल से बाहर आया दिल्ली दंगों का आरोपी उमर खालिद, मिली 7 दिन की जमानत कोरोना संकट के बीच सरकार ने नेजल वैक्सीन को दी मंज़ूरी, आज से बूस्टर डोज के रूप में लगेगी