जब दिनेश कार्तिक ने अपनाया था एमएस धोनी का अंदाज, टीम को जिताया था हारा हुआ मैच

आज का दिन इंडियन क्रिकेट टीम के लिए बहुत विशेष है, क्योंकि आज विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक अपना 36वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। 1 जून 1985 को चेन्नई में जन्मे कार्तिक ने वर्ष 2004 में इंडियन टीम में स्थान बना लिया था, मगर उनका स्थान कभी भी टीम में पक्का नहीं रहा। कार्तिक उस विश्व विजेता टीम के सदस्य भी रहे हैं, जिसने पहली बार 2007 में आयोजित हुए टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को पराजित कर अवार्ड पर कब्जा जमाया था। उनके जुड़े यादगार लम्हों में 2018 में निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में बांग्लादेश के विरुद्ध खेली गई 34 रनों की वह पारी सम्मिलित है, जब उन्होंने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की भांति छक्का लगाकर टीम को खिताब दिलाया था।

कोलंबो में खेले गए इस मुकाबले में कार्तिक ने 8 गेंद पर 29 रनों की पारी खेली थी। भारत को फाइनल मुकाबले में अंतिम दो ओवरों में 34 रन चाहिए थे। कार्तिक ने 19वें ओवर में 22 रन ठोके। भारत को अंतिम गेंद पर पांच रनों की आवश्यकता थी तथा उस गेंदबाजी बांग्लादेश के पार्टटाइम गेंदबाज सौम्य सरकार कर रहे थे। कार्तिक ने यहां अंतिम गेंद पर एक्सट्रा कवर के ऊपर से छक्का लगाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। टीम को इस प्रकार जीत दिलाने से प्रशंसक उन्हें धोनी के पश्चात् यहा मिस्टर फिनिशर बुलाने लगे थे।

कार्तिक ने मैच को लेकर बाद में बताया था कि, 'पहले मैं नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार था, मगर कप्तान रोहित शर्मा ने बताया कि मैं नंबर-6 पर बल्लेबाजी के लिए जाऊंगा। इसलिए मैं इसके साथ भी खुश था। मैं इसे लेकर पूरी प्रकार से आश्वस्त था कि मैं नंबर-6 पर बल्लेबाजी करने के लिए जाऊंगा। उन्होंने बताया कि, 'जब चौथा विकेट हार गया था तो मैं बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरने के लिए तैयार था, मगर तभी रोहित ने बताया कि विजय शंकर को बल्लेबाजी के लिए जाना चाहिए। इसलिए उस वक़्त मैं बहुत दुखी तथा क्रोध में था। मगर जाहिर है कि आप कप्तान से प्रश्न नहीं कर सकते।'

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