286 पारियां खेलने के बाद भी कभी शून्य पर आउट नहीं हुआ ये क्रिकेटर, दर्ज है विश्व रिकॉर्ड

नई दिल्ली: टेस्ट क्रिकेट में 13000 से अधिक रन और वनडे क्रिकेट में 10000 से अधिक रन बनाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज राहुल द्रविड़ आज 46 वर्ष के हो चुके हैं. टीम इंडिया की वॉल या फिर मिस्टर भरोसेमंद के नाम से प्रख्यात द्रविड़ इन दिनों भारतीय अंडर 19 क्रिकेट टीम व इंडिया ए टीम को मुख्य कोच का पद संभाल रहे हैं. इसके अलावा वे भारतीय टीम के ओवरसीज बैटिंग सलाहकार भी हैं. 

रणजी ट्रॉफी : यूपी ने असम को दी 444 रनों की विशाल लीड

11 जनवरी 1973 के मध्य प्रदेश के इंदौर के एक मराठी परिवार में राहुल द्रविड़ का जन्म हुआ था और इसके बाद वे बेंगलुरू आ गए था. उन्होंने 12 वर्ष की उम्र में क्रिकेट खेलना आरम्भ किया और अंडर 15, अंडर 17 और अंडर 19 लेवल पर कर्नाटक टीम से क्रिकेट खेला. वर्ष 2004 में आईसीसी की प्रथम अवॉर्ड सेरेमनी में राहुल द्रविड़ प्लेयर ऑफ द ईयर और टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए थे. वहीं दिसंबर 2011 में वे पहले ऐसे गैर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बने थे, जिन्होंने कैनबरा में ब्रेडमैन ओरेशन दिया गया था. 

भारतीय हॉकी टीम के खराब प्रदर्शन के बाद कोच पर गिरी गाज, हटाए गए

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगभग 25000 रन बनाने वाले राहुल द्रविड़ वर्ष 2004 में चितगोंग में बांग्लादेश के खिलाफ शतक पूरा करते ही पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए थे, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले तमाम दसों देशों के खिलाफ शतक ठोंका है. अपने टेस्ट करियर में 286 पारियां खेलने वाले द्रविड़ एक बार भी गोल्डन डक का शिकार नहीं हुए और ये ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी उनके नाम पर है, अपने टेस्ट करियर में उन्होंने 31258 गेंदें खेली, जो क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने वाले खिलाड़ी के रूप में एक विश्व रिकॉर्ड है.

स्पोर्ट्स अपडेट:-​

नई खेल नीति से नाराज खिलाड़ियों ने किया मंत्री के घर का घेराव

अगले महीने हिन्दुस्तान आएगी ऑस्ट्रेलियाई टीम, नहीं होगा टेस्ट, वनडे-T20 में होगी जमकर भिड़ंत

क्रिकेट जगत हैरान, धोनी-रैना संग खेलने वाले इस दिग्गज ने लिया संन्यास

Related News