कुछ समय पहले ही तैराकों और पहलवानों के दम पर भारत ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) में कुल पदकों की संख्या 250 के पार कर ली. वहीं तैराकों ने सातवें दिन सात स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य सहित 11 जबकि पहलवानों ने स्वर्णिम चौका लगाया. इससे भारत ने रविवार को 22 स्वर्ण 10 रजत और छह कांस्य सहित 38 पदक जीते. भारत के कुल पदक 252 (132 स्वर्ण, 79 रजत और 41 कांस्य) हो गए हैं. साक्षी के दम पर पहलवानों का स्वर्णिम चौका: रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक (62 किग्रा) और विश्व चैंपियनशिप के अंडर-23 वर्ग के रजत पदक विजेता रविंदर (61 किग्रा) के दम पर पहलवानों ने स्वर्णिम चौका लगाया. इन दोनों के अलावा पवन कुमार (86 किग्रा) और अंशू (59 किग्रा) भी चैंपियन बने. पहलवान अब तक सभी 12 वर्गों में पीले तमगे जीत चुके हैं. विकास सहित 15 मुक्केबाज फाइनल में: सूत्रों कि माने तो राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन विकास कृष्ण (69 किग्रा) और पिंकी रानी (51 किग्रा) सहित सात और मुक्केबाजों ने फाइनल में प्रवेश कर लिया. अब 15 भारतीय मुक्केबाज खिताबी मुकाबले में पहुंचे हैं. विकास और पिंकी अलावा स्पर्श कुमार (52 किग्रा), वीरेंदर (60 किग्रा), नरेंदर (प्लस 91 किग्रा), सानिया लाठेर (57 किग्रा) और मंजू (64 किग्रा) फाइनल में पहुंचे. सचिन (81 किग्रा) पहले ही दौर में नेपाल के गणेश प्रधान से 2-3 से हारकर बाहर हो गए. विकास ने फाइनल में नेपाल के बिकाश लांबा को 5-0 से, वीरेंदर ने बांग्लादेश के चकमा सूर्या को 5-0 से, स्पर्श ने नेपाल के तेज बहादुर को 5-0 से और नरेंदर ने श्रीलंका के अडुरकरम को 5-0 से पराजित किया. महिला वर्ग में पिंकी ने पाकिस्तान की अजीज रजिया बानो को 5-0 से मात दी. सोनिया ने पाक की मेहरीन और मंजू ने इसी देश की प्रवीन रुखसाना को मात दी. इयान चैपल ने जताई चिंता, कहा- ऑस्ट्रेलिया के लिए मुश्किल होगा भारत के साथ डे नाईट टेस्ट खेलना नेशनल बॉक्सिंग लीग: इन खिलाड़ियों के दम पर भारत ने जीते 6 स्वर्ण पदक ओलंपिक 2020: खेल से पहले खिलाड़ियों के सप्लीमेंट और खाने के पैसों में आई भारी गिरावट