नई दिल्ली: ‘इंडियन डिजिटल मीडिया असोसिएशन (IDMA)’ ने ‘रिपब्लिक TV’ के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी और मुंबई पुलिस की ‘मनमानी’ पर हैरानी जाहिर की है। ‘रिपब्लिक TV’ के अनुसार, अर्णब गोस्वामी के साथ दुर्व्यवहार किया गया, उन्हें जबरदस्ती पुलिस थाने ले जाते समय कई गाड़ियों का बदल-बदल कर उपयोग किया गया। चैनल ने ये भी बताया है कि अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस न तो कोई वारंट और न ही कोई कोर्ट का पेपर था। IDMA ने कहा कि वीडियो में दिख रहे विजुअल्स से ये जाहिर है कि पुलिस अर्णब गोस्वामी की पत्नी पर निरंतर दबाव डाल रही थी और उन्हें जबरदस्ती एक दस्तावेज पर दस्तखत करने के लिए कह रही थी, और वो कौन से दस्तावेज थे, ये साफ़ नहीं है। IDMA ने इसे ‘महाराष्ट्र सरकार की मनमानी की हैरान कर देने वाली अवस्था’ करार देते हुए कहा कि एक पत्रकार को चुप कराने के लिए स्टेट मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है। IDMA ने ये भी याद दिलाया कि ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के दोनों चैनलों द्वारा महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की गई थी, इसीलिए ये कार्रवाई ‘बदले की भावना’ से लिया गया एक्शन माना जा सकता है। IDMA ने न केवल इसे मीडिया की स्वतंत्रता का हनन बताया, बल्कि निजी आज़ादी का हनन भी कहा। साथ ही कहा कि ये उस स्वाधीनता का अतिक्रमण है, जिसे भारत के संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को प्रदान की गई है। रुपया प्रति माह गिरकर 74.81 प्रति USD पर आया खुशखबरी! सरकार देने वाली है पैसे ! चेक करते रहें अपना ये अकाउंट नैस्डैक स्टॉक फ्यूचर्स में दिखा राष्ट्रपति चुनाव का असर