नई दिल्ली: 32 वर्षीय भारतीय तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने मंगलवार (4 सितंबर) को अपने ओडीआई पदार्पण की 13 वीं वर्षगांठ पर क्रिकेट के सभी रूपों से सेवानिवृत्त होने की घोषणा कर दी. आरपी सिंह ने कल ट्वीट कर कहा था कि 13 साल पहले चार सितंबर, 2005 को पहली बार उन्होंने भारतीय टीम की जर्सी पहनी थी. यह मेरे लिए मेरे जीवन के सबसे प्रिय क्षणों में से एक था. एशिआई खेलो के विजेताओं से मिले पीएम मोदी, बोले आपने देश का गौरव बढ़ाया है परन्तु अब ध्यान भटकने न दे आरपी सिंह का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर लगभग छह साल का रहा, उन्होंने इस दौरान क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 82 मैच खेले और 100 से अधिक विकेट चटकाए. आर पी सिंह ने 14 टेस्ट मैचों में 40 विकेट लिए और 58 एकदिवसीय मैचों में 69 विकेट लिए. सन्यास के बाद का अपना प्लान बताते हुए आर पी सिंह ने कहा कि वे अब युवा प्रतिभाओं को क्रिकेट की बारीकियां सिखायेंगे और उन्हें इस तरह से प्रशिक्षित करेंगे कि वे आने वाले समय में राज्य और देश का नाम रोशन कर सकें. शूटिंग वर्ल्ड कपः भारत के प्रकाश मिथारवाल ने गोल्ड जीतकर रचा इतिहास भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, 'फिलहाल मैं केवल क्रिकेट कमेंटरी और कोचिंग में बच्चों को प्रशिक्षण दूंगा, अभी कुछ दिन आराम करूंगा उसके बाद फिर सोचूंगा कि क्रिकेट जगत को अपनी सेवायें किस रूप में दूं. उन्होंने कहा कि "फिलहाल मैं ग्रेटर नोएडा में युवा क्रिकेटरों को प्रशिक्षण देने के लिये क्रिकेट अकादमी चला रहा हूं, मैं युवा और उभरते हुए क्रिकेटरों को प्रशिक्षण दे रहा हूं." स्पोर्ट्स अपडेट:- केजरीवाल से बोलीं कांस्य पदक विजेता, पहले मिलती मदद तो शायद जीत लेती गोल्ड यूएस ओपन से बाहर हुई स्टार टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा टीम की हार को लेकर शास्त्री पर भड़के गांगुली, कह गए बड़ी बात