नई दिल्ली: कुलभूषण जाधव मामले में आईसीजे के निर्णय को अपनी जीत बता रहे पाकिस्तान के दावे को विदेश मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार की कुछ विवशताएं हैं, जिसके कारण उसे अपने ही लोगों से झूठ बोलना पड़ रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है कि, 'मुझे लगता है कि वे कोई दूसरा फैसला पढ़ रहे हैं, मुख्य फैसला 42 पन्नों का है. रविश कुमार ने आगे कहा कि यदि उनमें 42 पेजों को पढ़ने का धैर्य नहीं है तो उन्हें 7 पन्नों की प्रेस रिलीज पढ़ लेनी चाहिए, जहां हर प्वाइंट भारत के पक्ष में है. मुझे लगता है कि उनकी अपनी कुछ मजबूरियां हैं, इसी कारण से वे अपने ही लोगों से झूठ बोल रहे हैं. उल्लेखनीय है कि बुधवार को आईसीजे के फैसले के बाद विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने 'ट्वीट कर कहा था कि, 'जाधव पाकिस्तान में रहेगा. उसके साथ पाकिस्तान के कानूनों के अनुसार बर्ताव किया जाएगा. यह पाकिस्तान के लिए जीत है.' शाह मेहमूद कुरैशी ने कहा था कि भारत जाधव को बरी कराना चाहता था, किन्तु ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा है कि, 'वे उसकी रिहाई चाहते थे, इसे स्वीकार नहीं किया गया. वे उसकी वतन वापसी चाहते थे, इसे भी खारिज कर दिया गया. अगर वे फिर भी जीत का दावा करते हैं तो ...शुभकामनाएं.' कंपनी कानून और आइबीसी में संशोधन विधेयकों को मोदी सरकार ने दी मंजूरी भूषण पावरप्लांट का एक और फ्रॉड हुआ उजागर, PSB को लगाई 238 करोड़ की चपत इस सप्ताह तीन डॉलर प्रति बैरल सस्ता हुआ क्रूड आयल, क्या घटेगी पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें ?