नई दिल्ली : चीन द्वारा आतंकी घोषित किए गए वर्ल्ड उइगर कांग्रेस के नेता डोलक्न ईसा का वीजा रद्द किए जाने के बाद अब भारत एक और एक्टिविस्ट लू जिंघुआ का वीजा रद्द करने जा रहा है। भारत ने चीन से निष्कासित एक एक्टिविस्ट को धर्मशाला में होने वाले कांफ्रेंस में शामिल होने पर रोक लगा दिया है। जानी-मानी थियानमेन स्कवायर एक्टिविस्ट लू भी 28 अप्रैल को धर्मशाला में होने वाले उसी कांफ्रेंस में भाग लेने आने वाली थी, जिसमें ईसा आने वाले थे। मोदी सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम की चारों ओर आलोचना हो रही है। चीन के दबाव के कारण ही इससे पहले ईसा का वीजा रद्द किया गया था। लू ने बताया कि वो एयर इंडिया की फ्लाइट से इंडिया आने वाली थी, लेकिन बोर्डिंग से पहले उन्हें यह कहते हुए रोक दिया गया कि उनका वीजा कैंसिल किया जा चुका है। जब कि लू के अनुसार,स एयरपोर्ट के लिए निकलने से कुछ ही देर पहले उन्हें ई मेल के जरिए वीजा कंफर्म होने की सूचना मिली थी। उनके पास उसका प्रिंट आउट भी था। लू ने बताया कि एयर इंडिया का एधिकारी ने उन्हें वीजा कैंसिल होने का कारण नहीं बताया। लू अमेरिकी नागरिक है। यह कॉन्फ्रेंस अमेरिका के 'सिटीजन पावर फॉर चाइना' की ओर से की जा रही है. इसके चीफ यांग जियानली हैं. जो 1989 में थियानमेन स्क्वेयर पर हुए प्रोटेस्ट में शामिल थे।