लॉकडाउन के चलते खिलाड़ी भी दूसरी जगह पर फंस गए थे. लेकिन अब स्तिथि सामन्य होती जा रही है. वहीं, भारतीय हॉकी टीम के दर्जनों खिलाड़ी अपने-अपने घर पहुंच गए हैं. कोरोना वायरस महामारी के वजह से किए गए लॉकडाउन के कारण भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी बेंगलुरु के भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) केंद्र में फंस गए थे. लॉकडाउन से पहले से ही इन खिलाड़ियों का कैंप आगामी दौरों और ओलंपिक के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन ये खिलाड़ी बेंगलुरु में ज्यादा दिन प्रैक्टिस नहीं कर पाए थे. दरअसल, पिछले 3 महीने से बेंगलुरु में फंसे भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों को शुक्रवार को एक महीने का अवकाश दिया गया और सभी खिलाड़ियों को अपने-अपने घर भेज दिया गया है, जिससे वह परिवार के साथ अपना वक्त बिता सकें. मालूम हो कि भारत सरकार ने 25 मार्च से जब देशभर में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी तब पुरुष और महिला हॉकी टीम के खिलाड़ी दक्षिण बेंगलुरु स्थित साई के केंद्र में थे. जानकारी के लिए बता दें कि हॉकी इंडिया की ओर से महीनेभर का अवकाश मिलने के बाद शुक्रवार को टीम के ज्यादातर खिलाड़ी अपने घरों के लिए रवाना हो गए. सोशल मीडिया पर कई खिलाड़ियों ने खुद अपनी तस्वीरें शेयर की हैं. हालांकि, इन खिलाड़ियों ने इस वक्त का पूरा सदुपयोग किया है. हाल ही में इस बारें में भारतीय टीम के कप्तान ने बताया था कि वे और टीम के अन्य खिलाड़ी लॉकडाउन में अंग्रेजी सीख रहे हैं और साथ ही जमकर फिल्में देख रहे हैं. कोरोना वायरस की चपेट में आए बोलिविया के पूर्व फुटबालर बालडीविएसो यूएस ओपन 2020 में व्हीलचेयर टेनिस प्रतियोगिता का हो सकता है आयोजन बार्सिलोना के खिलाफ बोनस का मुकदमा हारे नेमार, देने होंगे 57 करोड़ रूपए