नई दिल्ली: त्यौहारों और शीतऋतु की दस्तक के साथ और कोरोना महामारी भारत में और भयावह रूप ले सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि, एक सरकारी समिति के सदस्य ने चेताते हुए कहा है कि फरवरी 2021 तक 50 फीसदी भारतीय कोरोना वायरस की चपेट में आ सकती है। समाचार एजेंसी ‘Reuters’ को Indian Institute for Technology, कानपुर में प्रोफेसर और कमेटी के सदस्य मनिंद्र अग्रवाल ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि, “हमारे गणितज्ञ मॉडल के अनुमान के अनुसार, वर्तमान समय में देश की 30 फीसदी आबादी संक्रमित है, जबकि फरवरी 2021 तक 50 प्रतिशत लोग संक्रमित हो चुके होंगे।” कमेटी सदस्य का अनुमान, केंद्र सरकार के Coronavirus Serological Surveys से बहुत ज्यादा है, क्योंकि उसमें सितंबर तक देश की 14 फीसद आबादी को संक्रमित बताया गया था। इसी बीच, ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में पता चला है कि कोरोना से रिकवर होने वाले मरीजों में कुछ महीनों तक लक्षण पाए जा रहे हैं। इस स्टडी के अनुसार, आधे से अधिक अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए कोरोना मरीजों को अगले दो-तीन महीने तक सांस लेने में समस्या, बदन दर्द, कमजोरी और तनाव की शिकायत रही। वहीं, सर्दी और बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए महामारी की संभावित दूसरी लहर के बीच दिल्ली में ICU की कमी आ सकती है। दिल्ली में मौजूदा समय में 77 फीसद आईसीयू भर चुके हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा डेटा के आधार पर किया गया। बताया गया कि तक़रीबन 75 फीसद नॉन कोरोना आईसीयू बेड्स फुल हो चुके हैं, जबकि 54 फीसद कोरोना वाले ICU बेड्स भर चुके हैं। मिज़ो रेजिमेंट बांग्लादेश के साथ सीमाओं की रक्षा के लिए मिजोरम ने की सांसद की मांग एफपीआई में भारतीय शेयरों में आई तेजी पेटीएम द्वारा 2 मिलियन क्रेडिट कार्ड किए जाएंगे जारी