नई दिल्ली : पूरी दुनियां में शुमार अमेरिका की प्रमुख रिटेल कंपनी वॉलमार्ट ने बुधवार को कहा कि वह भारतीय बाजार में कारोबार करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही वह ई-कॉमर्स सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीतियों में सरकार द्वारा किए बदलाव के बाद भी सकारात्मक है। घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में 17 अरब डॉलर का निवेश करने वाली अमेरिका रिटेल कंपनी का यह बयान वित्तीय सेवा प्रदाता कंपनी की हालिया रिपोर्ट के बाद आया है। डॉलर के मुकाबले मामूली बढ़त के साथ खुला रुपया कंपनी भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया था कि नई एफडीआई नीति लागू होने से परेशान वॉलमार्ट फ्लिपकार्ट को बेच सकती है। इसी के साथ वॉलमार्ट एशिया एवं कनाडा के क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यकारी उपाध्यक्ष ने कहा कि भारत के लिए वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट की प्रतिबद्धता मजबूत एवं लंबे समय के लिए है। नियमों में हालिया बदलाव के बावजूद कंपनी भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक हैं। आज भी दिखी शुरुआती कारोबार में तेजी, अभी ऐसा है हाल ऐसे काम करेगी कंपनी प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनी की एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कंपनी रोजगार पैदा करने, छोटे कारोबारियों एवं किसानों को समर्थन देने, वॉलमार्ट के वैश्विक बाजारों में भारतीय निर्यात बढ़ाने समेत ग्राहकों को बेहतर सेवा देने, टिकाऊ आर्थिक वृद्धि करने और देश के लिए लाभ पर ध्यान देना जारी रखेगी। जानकारी के लिए बता दें रिटेल कंपनी वॉलमार्ट के भारत आने पर जोरदार विरोध हुआ था. देश के इन राज्यों में जारी है स्वाइन फ्लू का कहर, अब तक हुई इतनी मौतें राजस्थान में हुआ भीषण सड़क हादसा, दो की मौत कई घायल स्पा की आड़ में परोसा जाता था जिस्म, एक दिन दलाल बता रहा था रेट और...