नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं के बाद से भारत पाक रिश्तों ने तल्खियां बढ़ने लगी है, इसी कारण भारत ने न्यूयॉर्क में होने वाली दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक को भी रद्द कर दिया है. भारत ने साफ़ कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पर हमले और घाटी में आतंकी गतिविधियों को बंद नहीं करता है, तब तक उससे बातचीत करने का कोई औचित्य नहीं है. इसी क्रम में अब भारत के सेना प्रमुख विपिन रावत ने एक प्रेस वार्ता में कहा है कि पाकिस्तान कश्मीर में हिंसा जारी रखना चाहता है, वो चाहता है इस क्षेत्र में शांति क़ायम न हो, पाकिस्तान कश्मीर के युवाओं में कट्टरपंथी सोच भरकर उन्हें बहका रहा है. राफेल डील: कम्युनिस्ट पार्टी भी आई कांग्रेस के समर्थन में, कहा चुप क्यों हैं पीएम मोदी ? उन्होंने कहा कि जब इमरान खान पाकिस्तान में सत्ता में आए, तो उन्होंने शांति के लिए कुछ संदेश भेजने की कोशिश की, लेकिन हमे ये समझने की जरुरत है कि क्या पाकिस्तान का पूरा प्रशासन अमन चाहता है. पाकिस्तान द्वारा क्या कहा जा रहा है और क्या किया जा रहा है, इन दोनों में बहुत भिन्नता देखी को मिलती है, इसलिए पाकिस्तान पर विश्वास करने की कोई वजह नहीं है. आतंकी भेज कर खुद को बड़ा समझ रहे इमरान भविष्य में पाकिस्तान के साथ युद्ध के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर हम भविष्य के युद्धों के बारे में बात करते हैं, तो भविष्य के युद्धों को सभी प्रकार की तकनीक की आवश्यकता होगी, इसलिए, हमें यह सुनिश्चित करने के लिए खुद को संगठित करना होगा कि प्रौद्योगिकी, हथियार और हथियार के पीछे आदमी एकीकृत हो. आपको अपने संगठन में कुछ बदलाव करना होगा और आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके पुरुष प्रौद्योगिकी की आवश्यकता को समझें, केवल तभी आप आगे बढ़ सकेंगे. खबरें और भी:- फ्लिपकार्ट के 'बिग बिलियन डेज' सेल की तारीख बताओ और स्पेशल ऑफर्स का लाभ पाओ पीएम मोदी ने किया आयुष्मान भारत योजना का शुभारम्भ, कहा 50 करोड़ लोग होंगे लाभान्वित जहां तक कोई नहीं पहुँच पाया, चन्द्रमा की उस सतह पर उतरेगा भारत का चन्द्रयान-२