नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच अब नेवी भी ड्रोन खरीदेगी. सरकार की तरफ से तीनों सेनाओं के लिए ड्रोन अपग्रेड करने की स्वीकृति दिए जाने के फ़ौरन बाद ही नौसेना ने 10 निगरानी ड्रोन खरीदने का फैसला किया है. ये ड्रोन नेवी के पोत से टेकऑफ करेंगे और भारतीय जलक्षेत्र में चीन के युद्धपोत पर पैनी निगाह रखेंगे. सरकार के सूत्रों ने एक निजी न्यूज़ चैनल को बताया कि ये ड्रोन फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत खरीदे जाएंगे. इनकी खरीद अगले एक साल में पूरी कर ली जाएगी. इन ड्रोन्स की खरीद खुली बोली के माध्यम से की जा सकती है. नेवी का प्लान इन ड्रोन्स को बड़े आकार के युद्धपोत पर तैनात करने का है. इससे चीन के साथ ही भारतीय जल क्षेत्र के आसपास अन्य विरोधियों की गतिविधियों के बारे में पता लगाने में भी मदद मिल सकेगी. इन ड्रोन्स को निगरानी और टोही गतिविधियों के लिए युद्धपोतों पर तैनात किए जाने की संभावना जताई जा रही है. आपको बता दें कि इंडियन नेवी संयुक्त राज्य अमेरिका से सी गार्जियन ड्रोन प्राप्त करने के लिए भी एक प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. वह इससे अलग है. इसके माध्यम से देश के जल क्षेत्रों में अपनी निगरानी का विस्तार करने की योजना है, जो मेडागास्कर से लेकर मलक्का जलडमरू और उससे आगे तक पहुंचती है. क्या टिक टॉक की खरीदी में ट्रंप बन सकते है बाधा ? अब भारत में दवाओं की भी होम डिलीवरी करेगा Amazon, इस शहर से होगी शुरुआत आर्थिक संकट से निपटने के लिए तैयार टाटा स्टील, बनाया 20,144 करोड़ रुपये का इमरजेंसी फंड