नई दिल्ली: भारतीय नौसेना को 2 सितंबर को पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट करियर मिलने वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी 2 सितंबर (मंगलवार) को देश के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर (IAC) विक्रांत को भारतीय नौसेना में शामिल करेंगे। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के भीतर ये विमान वाहक पोत इंडियन नेवी में शामिल होगा। ये 20,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से तैयार हुआ है। चौथे और आखिरी चरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद नेवी ने 28 जुलाई को CSL से इस विमान वाहक पोत को हासिल किया। IAC विक्रांत को फाइटर जेट्स के लिए लाया गया है। यह मिग-29, कामोव-31 हेलीकॉप्टर और एमएच-60आर बहुउद्देश्यीय हेलीकॉप्टर का संचालन करने के लिए पूरी तरह सक्षम है। इसमें 2300 से अधिक डिब्बे हैं, जिन्हें करीब 1700 लोगों के दल के लिए डिजाइन किया गया है। विक्रांत की अधिकतम गति करीब 28 समुद्री मील है और इसकी लंबाई 262 मीटर है, यह 62 मीटर चौड़ा और 59 मीटर ऊंचा है, इसका निर्माण वर्ष 2009 में आरंभ हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विक्रांत का उड़ान डेक दो फुटबॉल मैदानों के बराबर है। अगर कोई विक्रांत के गलियारों से होकर चले तो उसे 8 किमी की दूरी निर्धारित करनी पड़ेगी। 2 सितम्बर को पीएम मोदी इस एयरक्राफ्ट करियर को भारतीय नौसेना के हवाले करेंगे। दिल्ली: 97 इलेक्ट्रिक बसों को CM केजरीवाल ने दिखाई हरी झंडी Freebie मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज फिर हुई सुनवाई, जानिए क्या बोले CJI ? फरीदाबाद को मिला एशिया का सबसे बड़ा प्राइवेट मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, पीएम मोदी ने किया उद्घाटन