इस्लामाबाद: भारत के कई राज्यों से सौ से ज्यादा हिंदू श्रद्धालु 14 दिसंबर को दर्शन के लिए पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित पवित्र कटास राज मंदिर परिसर जाएंगे. श्रद्धालुओं का आगमन एक वर्ष के अंतराल के बाद हो रहा है. इवैक्यूई प्रॉपर्टी ट्रस्ट बोर्ड (ETBP) के उप सचिव सैयद फराज अब्बास ने मीडिया को बताया है कि, 'हिंदू तीर्थयात्री 13 दिसंबर को वाघा बॉर्डर पार कर अगले दिन कटास राज पहुंचेंगे.' उन्होंने बताया है कि सरकार द्वारा दो सौ श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की गई हैं. चकवाल के उपायुक्त कैप्टन (सेवानिवृत्त) अब्दुल सत्तार एसानी ने तीर्थयात्रियों के लिए किए गए इंतजामों की मंगलवार को एक मीटिंग में समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. भारतीय राज्य हरियाणा के यमुनानगर जिले के कटास राज तीर्थयात्रा के मुख्य आयोजक शिव प्रताप बजाज ने फोन पर मीडिया को बताया कि, 'हम काफी उत्साहित हैं, हम एक वर्ष के अंतराल के बाद अपने पवित्र स्थान का दर्शन करने के लिए आ रहे हैं.' बजाज ने कटास राज के पवित्र तालाब के पुनरुद्धार के लिए पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश मियां साकिब निसार का शुक्रिया अदा किया. कुछ वर्ष पूर्व कटास राज इलाके में स्थित सीमेंट कंपनियों के जलदोहन की वजह से यह तालाब सूख गया था. इसे फिर से पहले जैसी स्थिति में लाने के लिए निसार ने पहल की थी. हालांकि, अब तालाब में पानी है, किन्तु इसे ट्यूबवेल से भरा जा रहा है. अभी यह प्राकृतिक रूप से अपनी पहले की हालत में नहीं आ सका है. बांग्‍लादेश के विदेश मंत्री एके मोमेन ने रद्द किया अपना भारत दौरा, ये है वजह PoK के राष्‍ट्रपति की गीदड़भभकी, कहा- कश्मीर को भारत से आज़ाद करवाने के लिए युद्ध के अलावा कोई और रास्ता नहीं पाकिस्तान को अमेरिका ने लताड़ा, F-16 विमानों का न करें गलत उपयोग