इलाहाबाद। उत्तरप्रदेश में एक और ट्रेन को पलटाने का प्रयास किया गया था। दरअसल 4219 इंटरसिटी एक्सप्रेस रेल बनारस से लखनऊ की ओर जा रही थी। रास्ते में ट्रैक पर ईंट और पत्थर के साथ लोहे के टुकड़े रखे गए थे। यदि रेल के इंजन ड्राइवर का ध्यान ट्रेक की ओर न जाता और वह सूझबूझ से निर्णय न लेता तो संभवतः एक बड़ा रेल हादसा हो जाता। मिली जानकारी के अनुसार रेलवे ट्रेक पर लगाई गई सेफ्टी लाॅक पिन को भी निकाल दिया गया था। यह करीब 20 मीटर तक लगी थी। जब रेल क्षेत्र में पहुंची तो ड्राइवर ने गाड़ी को रोक दिया और चिलबिला स्टेशन मास्टर को सूचना दी। जब ट्रेक के कर्मचारी उस ओर पहुंचे तो उन्हें ट्रेक पर ईंट और पत्थर के साथ लोहे के टुकड़े रखे मिले। इसी दौरान बनारस से नई दिल्ली जा रही काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस को चिलबिला रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया गया। इस मामले में रेलवे विभाग ने जांच प्रारंभ कर दी है।माना जा रहा है कि इस कार्य में असामाजिक तत्वों का हाथ है। ट्रेक क्षतिग्रस्त होने की जानकारी नज़दीकी स्टेशन के अधिकारियों को दी गई। अब इस मामले में जांच की जा रही है कि आखिर लोहे के टुकड़े रखकर रेल पलटाने की साजिश किन लोगों ने की। यदि यहां से रेल गुजरती तो कोई गंभीर हादसा हो जाता। जब धोनी ने साबित की अपनी महानता रेलवे ओवरब्रिज का काम अगले साल तक टला केंद्र के सभी कार्यालयों में मराठी का उपयोग जरूरी बरेली- रेल हादसा टला