स्वच्छता सुविधाएं के मामले में भारत के स्कूलों में हो रही तेज़ तरक्की

नई दिल्ली  : भारत को स्वच्छ बनाये रखने के लिए काफी तेज़ी से प्रगति कर रहा है वहीं स्कूल की बात करें तो स्कूलों में भी स्वच्छता संबंधी सुविधाएं बेहतर करने के लिए काफी प्रयास किये जा रहे हैं और इसमें काफी तरक्की भी की जा रही है. इसका खुलासा हाल ही में एक रिपोर्ट ने किया है और उस रिपोर्ट के अनुसार जिन स्कूलों में स्वच्छता नहीं है उनकी संख्या तेज़ी से घट रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र बाल निधि के निगरानी कार्यक्रम या जेएमपी ने यह वार्षिक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें इस जब्त का खुलासा हुआ है.

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इन रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में वर्ष 2000 से 2016 के बीच काफी स्कूलों की संख्या तेज़ी से घटी है और वो स्कूल ऐसे ही थे जिनमे स्वच्छता नहीं थी. इसके अलावा  मासिक धर्म से जुड़े स्वच्छता इंतजामों की उपलब्धता की बात करें तो सेनेटरी वस्तुओं के लिए ढक्कन वाले कूड़ेदान रखने वाले स्कूलों में चंडीगढ़ के 98 फीसदी और छत्तीसगढ़ के 36 फीसदी स्कूल शामिल थे. मिजोरम देश का एक मात्र ऐसा राज्य है जहां 50 फीसदी से ज्यादा स्कूलों में सेनेटरी कूड़े के लिए मशीन लगी हुई हैं.

स्कूलों में स्वच्छता को लेकर तेज सुधार पर जेएमपी का कहना है कि भारत के लगभग सभी स्कूलों में किसी ना किसी तरह की सुविधाएं जरूर हैं जो पिछले करीब 10 सालों में नहीं थी लेकिन अब इनमे तेज़ी से सुधर किया जा रहा है. 

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