स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस डेविस कप इतिहास में सबसे सफल युगल खिलाड़ी बन गए हैं. उन्होंने रोहन बोपन्ना के साथ मिलकर इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में न सिर्फ रिकार्ड 43वीं जीत दर्ज की बल्कि भारत को चीन के खिलाफ एशिया ओसियाना मुकाबले में वापसी भी दिलाई . एआईटीए की सख्ती के कारण 44 वर्षीय पेस और बोपन्ना एक साथ खेलने के लिए राजी हुए थे. इन दोनों ने करो या मरो वाले मैच में चीन के मो झिन गोंग और झी झांग की चीनी जोड़ी को तीन सेट तक चले कड़े मुकाबले में 5-7, 7-6(5), 7-6(3) से हराया था. बोपन्ना चीन के खिलाफ इस मुकाबले में पहले पेस के साथ खेलने के लिये तैयार नहीं थे, लेकिन निर्णायक मैच में उन्होंने अच्छा खेल दिखाया. तीसरे सेट में सर्विस गंवाने के अलावा उनका सर्विस गेम बहुत अच्छा रहा, उनकी तीखी सर्विस से पार पाना चीनी खिलाड़ियों के लिये आसान नहीं रहा. दूसरी तरफ पेस ने नेट पर हमेशा की तरह बेहतरीन खेल दिखाया, पहले सेट में एक दूसरे की सर्विस तोड़ने के बाद दोनों जोड़ियां 5-5 से बराबरी पर थी. तब 11वें गेम में पेस ने सर्विस गंवाई . गोंग ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस पर टीम को आगे कर दिया, भारतीय खिलाड़ियों को ब्रेक पॉइंट हासिल करने के अधिक मौके मिले, लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाए . बोपन्ना की सर्विस हालांकि काफी तीखी थी जिन पर चीनी खिलाड़ी प्रभावशाली रिटर्न नहीं कर पाए. दूसरे सेट में कोई भी टीम ब्रेक पॉइंट नहीं ले पाई, गोंग ने 5-6 के स्कोर पर दबाव में सर्विस की. लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाये और सेट टाईब्रेकर तक खिंच गया. टाईब्रेकर भी काफी कड़ा रहा, इसमें पहले स्कोर 3-3 और फिर 5-5 रहा. तीसरे और निर्णायक सेट में भारतीय जोड़ी शुरू में 3-1 से आगे थी, लेकिन इसके बाद उसने लगातार तीन गेम गंवाए जिससे स्कोर 3-4 हो गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि अब तक प्रभावशाली सर्विस करने वाले बोपन्ना छठे गेम में अपनी सर्विस नहीं बचा पाए थे. पेस 5-6 के स्कोर पर सर्विस के लिये आए और एक समय स्कोर 0-30 था लेकिन वह आखिर में इस सेट को टाईब्रेकर तक खींचने में सफल रहे. CWG 2018 : भारत को तीसरे स्वर्ण की उम्मीद खेलों की दुनिया में बड़े मक़ाम पर काबिज, टेनिस सानिया मिर्जा की रैंकिंग में लगातार गिरावट