न्यूयॉर्क. ट्रम्प के प्रेसिडेंट बनने के बाद उन्होंने वीजा मामलो पर सख्ती का इशारा दे ही दिया था. अब नया मामला सामने आया है की अमेरिका में भारतीय मूल की एक महिला वीजा धोखाधड़ी में गिरफ्तार की गई है. यहाँ तक की उस महिला ने स्वीकार किया है की इस धोखाधड़ी में उसकी भूमिका भी शामिल थी. माना जा रहा है की उसे पांच वर्ष की जेल और ढाई लाख डॉलर का जुर्माना हो सकता है. अमेरिकी अटॉनी पॉल फिशमैन ने बताया की जर्सी सिटी की हीरल पटेल ने न्यूयार्क फेडरल कोर्ट में जज के लगाया गया आरोप स्वीकार कर लिया है. बता दे की हीरल पटेल दो आईटी कंपनी में एससीएम डाटा इंक और एमएमसी सिस्टम इंक में एचआर के पद पर काम करती है. दोनों कंपनी विदेशी नागरिको जैसे छात्र वीजा धारको या कॉलेज से ग्रेजुएट होने को भर्ती करती थी. साथ ही इनके लिए एच 1बी प्रोग्राम के तहत वीजा का प्रबंध कराती थी. फलस्वरूप इन्हें अमेरिका में अस्थायी तौर पर काम करने की अनुमति मिलती है.हीरल पटेल ने विदेशी वर्कर्स को आईटी एक्सपर्ट बता कर भर्ती करने का काम किया था. यह मामला सामने भी तब आया जब अमेरिका में एच 1बी वीजा का गलत इस्तेमाल मुद्दे के रूप में उभर रहा था. ये भी पढ़े H1B वीज़ा पाॅलिसी को लेकर ट्रंप से लगी सीनेटर की आस पाकिस्तान को आतंक के खिलाफ प्रेरित करने की अमेरिकी थिंक टैंक ने की चीन से अपील अमेरिका में 680 से अधिक आव्रजक गिरफ्तार, ट्रम्प बोले गलत लोगों का नहीं होगा प्रवेश