इस्लामाबाद : भले ही भारत पिछले दिनों चीन की वजह से यूएन में आतंकी मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगाने में कामयाब न हो पाया हो, लेकिन उसके दूसरे कूटनीति जाल में चीन के विरोध के बावजूद पाकिस्तान फंस गया. दरअसल हुआ ये कि अब फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान से टैरर फंडिग पर रिपोर्ट मांग ली है. बता दें कि FATF ऐसी वैश्विक संस्था है, जो आतंकी फंडिंग, ड्रग्स तस्करी और हवाला कारोबार पर निगरानी रखती है. उल्लेखनीय है कि अर्जेन्टीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में समूह की बैठक हुई जिसमें भारत ने टैरर फंडिंग का मुद्दा उठाते हुए पाकिस्तान पर सुरक्षा परिषद के आदेशों की अवहेलना कर टैरर फंडिंग के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने की शिकायत की. इसके बाद FATF ने पाकिस्तान को 3 माह के लिए निगरानी सूची में डालते हुए फरवरी 2018 तक जवाब देने को कहा है. बता दें कि FATF की इस बैठक में भी चीन ने मसूद अजहर को वीटो लगाकर बचाने की तरह ही पाकिस्तान को इस मामले में भी बचाने की कोशिश की थी लेकिन दो स्पीकर्स से भारत को मिले समर्थन के बाद चीन अलग-थलग पड़ गया. इसके बाद मनी लॉड्रिंग के खिलाफ FATF ने पाकिस्तान को UNSCR 1276 को लागू करने के लिए जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. यही नहीं रिपोर्ट में पाकिस्तान के स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को आतंकी समूहों के बैंकिंग खाते बंद करने के भी निर्देश दिए गए. यह भी देखें बांग्लादेश ने पाकिस्तान से माफ़ी मांगने को कहा सशस्त्र ड्रोन पर पाकिस्‍तान ने जताया विरोध