नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौजूदा वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर (Economic Growth Rate) 6.5 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि हमने सभी पहलुओं पर गौर करने के बाद यह आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान जताया है. हमें इसको हासिल करने की पूरी उम्मीद है. RBI गवर्नर ने आगे कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व आगे पॉलिसी रेट में कुछ और वृद्धि करता है, तो उससे रुपये की एक्सचेंज रेट पर असर पड़ने की आशंका नहीं है. साथ ही सर्विस एक्सपोर्ट बेहतर रहने से करेंट अकाउंट का घाटा प्रबंधन भी योग्य दायरे में रहेगा. बता दें कि RBI ने इस महीने पेश मौद्रिक नीति समीक्षा (Monetary Policy Review) में GDP ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी रहने के अनुमान को कायम रखा है. हालांकि, ये अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के इस वर्ष अप्रैल में जताए गए 5.9 फीसद आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान से कहीं अधिक है. वहीं रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने ताजा अनुमान में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत की GDP ग्रोथ रेट अनुमान को बढ़ाते हुए 6.3 फीसद कर दिया है. शक्तिकांत दास ने कहा कि GDP ग्रोथ रेट को लेकर हमने संतुलित रुख किया है. किसी भी स्थिति में आप अनुमान जाहिर करते हैं, तो सकारात्मक और नकारात्मक, दोनों रिस्क होते हैं. यह सब मिलाकर हमने संतुलित रुख अपनाया है और इसके आधार पर हमारा अनुमान है कि आर्थिक वृद्धि मौजूदा वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी रहेगी और इसके लिए हम बहुत आशान्वित हैं. बता दें कि विगत वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि डर 7.2 फीसदी रही, जो अनुमान से अधिक है. रुपये के बारे में पूछे जाने पर RBI गवर्नर दास ने कहा कि कोरोना महामारी के समय से देखें तो रुपया और डॉलर विनिमय दर स्थिर रही है. इस साल जनवरी माह से अभी तक के आंकड़े लें, तो रुपये में हुआ उतार-चढ़ाव बेहद मामूली है. रुपये में थोड़ी मजबूती ही आई है. हमारी कोशिश है कि डॉलर-रुपये की विनिमय दर में अधिक उतार-चढ़ाव नहीं हो. विकास की पटरी पर सरपट दौड़ेगा भारत, रफ़्तार देख प्रभावित हुआ Fitch, बढ़ा दिया ग्रोथ रेट का अनुमान भारत की अर्थव्यवस्था से गायब हुए 500 रुपए के करोड़ों नोट, क्या बंद होंगे ? RBI ने जारी किया लेटर 'मुझे भारत के महाशक्ति बनने की परवाह नहीं..', एक बयान से फिर विवादों में घिरे पूर्व RBI गवर्नर रघुराम राजन