नई दिल्ली : यह देश की मजबूत अर्थ व्यवस्था का संकेत है कि देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर अबतक के सर्वकालिक स्तर 426.08 अरब डॉलर पर पहुंच गया.13 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.21 अरब डॉलर बढ़कर 426.082 अरब डॉलर हो गया.इसका कारण विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियो में वृद्धि होना है .यह जानकारी रिजर्व बैंक ने दी. आपको बता दें कि पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 50.36 करोड़ डॉलर बढ़कर 424.86 अरब डॉलर पर था.हालाँकि 8 सितंबर 2017 को पहली बार यह 400 अरब डॉलर के पार पहुंच गया था.इसके बाद इसमें उतार -चढ़ाव आते रहे.विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने में विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति की अहम भूमिका रही इस कारण यह 1.202 अरब डॉलर बढ़कर 400.978 अरब डॉलर हो गया. रिजर्व बैंक के अनुसार सोने का भंडार पहले के स्तर पर 21.484 अरब डॉलर पर ही रहा. इसके अलावा आईएमएफ में निहित विशेष निकासी अधिकार 66 लाख डॉलर बढ़कर 1.54 अरब डॉलर पर पहुंच गया. आईएमएफ में देश की आरक्षित स्थिति भी 89 लाख डॉलर बढ़कर 2.079 अरब डॉलर हो गई .इसीलिए देश आर्थिक सुधारों की आईएमएफ के उप उप प्रबंध निदेशक (प्रथम) डेविड लिप्टन ने भी प्रशंसा की थी..लिप्टन ने कहा कि कई बाधाओं के बावजूद जीएसटी को लागू किए जाने से लोक वित्त का आधार मजबूत तथा सुरक्षित करने में मदद मिली है. यह भी देखें कहां गायब हो रहे हैं दो हज़ार के नोट ? ATM की कंगाली पर जेटली ने दी बेतुकी सफाई