नई दिल्ली: रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध सहित कई वैश्विक चुनौतियों के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से आज इकोनॉमिक सर्वे पेश किए जाने से पहले भारत के लिए एक खुशखबरी सामने आई है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अगले साल के लिए अनुमान जाहिर किया है कि अगले वित्त वर्ष में भी भारत की ग्रोथ विश्व के अन्य देशों की तुलना में तेज रहेगी. भारत इस साल भी आर्थिक वृद्धि के मामले में चीन से आगे रहेगा. अगले वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.1 फीसदी रहने का अनुमान है. खास बात यह है कि IMF के अनुमान के तहत पूरी दुनिया में केवल भारत में ही आर्थिक वृद्धि दर 6 फीसदी से अधिक रहने वाली है. IMF ने आज मंगलवार (31 जनवरी) को कहा कि वह अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ मंदी की उम्मीद कर रहा है और 31 मार्च को ख़त्म हो रहे मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान विकास दर 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जता रहा है. जबकि अगले वित्त वर्ष में यह दर 6.1 फीसदी रहने की संभावना है. IMF ने आज अपने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक का जनवरी अपडेट जारी किया, जिसके मुताबिक, वैश्विक विकास 2022 में अनुमानित 3.4 फीसद से गिरकर 2023 में 2.9 फीसद रहने का अनुमान जाहिर किया गया है, फिर 2024 में बढ़कर 3.1 फीसद हो जाएगा. IMF के वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक अपडेट में कहा गया है कि, '2024 में आर्थिक वृद्धि दर 6.8 फीसद तक पहुंचने से पहले भारत में विकास दर 2022 के वित्त वर्ष में 6.8 फीसद से कम होकर 2023 में 6.1 फीसद हो जाएगा.' रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में चीन की अर्थव्यवस्था में 4.3 फीसद की अपेक्षा से अधिक मंदी के बाद उभरते और विकासशील एशिया (Emerging and Developing Asia) में वृद्धि 2023 और 2024 में क्रमशः 5.3 फीसद और 5.2 फीसद तक रहने की संभावना है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक, भारत के बाद चीन का नंबर है, जहां 5.2 फीसदी दर रहने की संभावना है. वैश्विक संगठन ने अनुमान जताते हुए कहा है कि अगले वर्ष 2024 में भी भारत की वृद्धि दर बढ़कर 6.8 फीसदी हो जाएगी. Hindenburg के आरोपों पर अडानी ग्रुप ने दिया 413 पन्नों का जवाब, जानिए क्या-क्या कहा ? 1 अप्रैल से महंगी होने जा रही शराब और बियर, जानिए क्यों ? दुनिया के अमीरों की लिस्ट में हुआ बड़ा बदलाव, गौतम अडानी को लगा झटका