चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े आज जारी किए गए. चालू वित्त वर्ष की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ बढ़कर 7.2 फीसदी हो गई है. यह आंकड़ा अर्थशास्त्रियों के अनुमानों से भी बेहतर रहा. अर्थशास्त्रियों ने इसे 6.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. इन बेहतर आंकड़ों के बाद भारत इस तिमाही में चीन की वृद्धि दर 6.8 फीसदी को पीछे छोड़कर दुनिया में सबसे तेजी से ग्रोथ करने वाला देश बन गया है. रॉयटर्स द्वारा 35 अर्थशास्त्रियों के एक पोल में इस बात की संभावना जताई गई थी. वहीं, वित्त वर्ष 2017-18 में भारत की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहेगी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 7.1 प्रतिशत रही थी. बता दें कि चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत थी और पहली तिमाही में 5.7 प्रतिशत रही थी. स्टेनली की रिपोर्ट में कहा गया है कि सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) के संदर्भ में वृद्धि दर सालाना आधार पर दूसरी तिमाही के 6.1 प्रतिशत की तुलना में बढ़कर तीसरी तिमाही में 6.7 प्रतिशत रही है. रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियों की आय में भी दिसंबर तिमाही के दौरान सुधार हुआ है. वाहन एवं दोपहिया वाहनों की बिक्री भी इस दौरान तेजी से बढ़ी है. वस्तुओं के निर्यात की वृद्धि में भी दहाई अंकों में वृद्धि दर्ज की गयी है. हालांकि उद्योग एवं सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर तेज होने तथा कृषि क्षेत्र में घटने का अनुमान है. वित्त मंत्रालय ने अपनी ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस जानकारी को शेयर किया है. हमेशा से ही टूरिस्टों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं ये देश सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशो में भी होता है होली का जश्न पेरिस समझौता: भारत और चीन को लेकर क्या बोले ट्रम्प