इस्लामाबाद: पाकिस्तान के रावलपिंडी में भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी इम्तियाज आलम उर्फ बशीर अहमद पीर की मौत की खबर सामने आ रही है। इम्तियाज़ प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का संस्थापक सदस्य था, जिसमे वहाँ नंबर तीन कमांडर की हैसियत का आतंकी था। सोमवार (20 फरवरी) को कुछ अज्ञात हमलावरों ने आतंकी इम्तियाज़ आलम एक दुकान के आगे गोलियों से भून डाला। भारतीय सुरक्षा बल भी कई आतंकी हमलों में इम्तियाज़ की तलाश में थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकी पर फायरिंग करने वाले हमलावरों की संख्या 2 बताई जा रही है। घटना के दौरान शाम के वक़्त इम्तियाज एक दुकान के सामने खड़ा था। गोलियाँ बरसाने के बाद हमलावर भाग निकले। जख्मी अवस्था में इम्तियाज को अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। हमलावरों ने आतंकी इम्तियाज को मार गिराने के लिए पॉइंट ब्लैक रेंज के हथियारों का इस्तेमाल किया था। रिपोर्ट के अनुसार, इम्तियाज़ की हत्या का कारण पाकिस्तान में आतंकी संगठनों की आपसी खींचातान और पैसों का बँटवारा बताया जा रहा है। पैसों के इस विवाद के पीछे पाकिस्तान में खस्ताहाल हो चुकी अर्थव्यवस्था भी बहुत हद तक जिम्मेदार बताई जा रही है। बता दें कि भारत सरकार द्वारा 4 अक्टूबर, 2022 को मृतक इम्तियाज पर UAPA के तहत मामला दर्ज करते हुए उसे आतंकी के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। वह मूल रूप से कश्मीर के कुपवाड़ा का निवासी था। मृतक इम्तियाज़ न केवल हिज्बुल मुजाहिदीन बल्कि लश्कर-ए-तैयबा के लिए भी आतंकियों की भर्ती समेत जिहादी विचारों के प्रचार-प्रसार में शामिल था। इम्तियाज़ जम्मू कश्मीर में शरिया कानून लागू करने के नाम पर मुस्लिम युवाओं को भड़काता था। वर्ष 2007 में पाकिस्तानी फ़ौज की इंटेलिजेंस विंग ने इम्तियाज़ को अरेस्ट भी कर लिया था। हालाँकि, बाद में वहाँ की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के कहने पर उसे रिहा कर दिया गया था। इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले तारिक फतह को 'सर तन से जुदा' की धमकी हम बातचीत से समाधान चाहते थे, अमेरिका ने बात बिगाड़ी- बाइडेन के यूक्रेन दौरे पर भड़के पुतिन 'अधिक से अधिक बच्चे पैदा करो, ताकि मुसलमानों की तादाद बढ़े..', तालिबान का फरमान