इंडियन वुमन हॉकी टीम मंगलवार को यहां जब इंग्लैंड से भिड़ेंगी तो उसकी नजरें बदला चुकता करने पर टिकी होने वाली है जबकि राष्ट्रमंडल खेलों में यह टीम की पहली बड़ी परीक्षा होने वाली है। इंडियन टीम ने पूल A के अपने शुरुआती दो मैच में घाना पर 5-0 और वेल्स के विरुद्ध 3-1 से जीत भी अपने नाम कर ली है लेकिन सविता पूनिया की अगुवाई वाली टीम दबदबे वाला प्रदर्शन करने में नाकाम हो गई थी। मंगलवार को इंडियन टीम अतिरिक्त प्रेरणा के साथ उतरेगी क्योंकि यह वही इंग्लैंड टीम है जिसने टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक के प्ले आफ में उसे हराकर मेडल से वंचित किया था। इंडियन टीम अपना पहला ओलंपिक पदक जीतने के पास पहुंच गई थी लेकिन कांस्य पदक के प्ले आफ में इंग्लैंड से 3-4 से मात दे दी। इंग्लैंड ने ही 2018 में गोल्ड कोस्ट में बीते राष्ट्रमंडल खेलों में इंडिया को पदक से महरूम कर चुके है। इंडिया तब कांस्य पदक के मैच में 0-6 से मात दे दी है। स्वाभाविक रूप से इंडियन टीम बदला लेने के लिए तैयार होने वाली है। इंडिया की राह हालांकि आसान नहीं होगी क्योंकि उसकी नौवीं रैंकिंग के मुकाबले इग्लैंड की विश्व रैंकिंग 5 है। इंडिया को इस तथ्य से आत्मविश्वास मिलने वाला है कि उन्होंने हाल ही में स्पेन और नीदरलैंड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित वर्ल्ड कप में इंग्लैंड को 1-1 से ड्रॉ पर रोका था। कप्तान सविता ने इस बारें में बोला है कि, ‘इंग्लैंड एक अच्छी टीम है और बर्मिंघम में उन्हें घरेलू हालात में खेलने का लाभ भी है। यह हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण मैच होगा लेकिन हम भी शुरुआती दो मैच में जीत के उपरांत अच्छी फॉर्म में हैं।' अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने हाल के दिनों में इंग्लैंड के साथ खेला है इसलिए दोनों टीम एक-दूसरे के खेल को अच्छी तरह से पहचानती है। उन्होंने हमारे विरुद्ध कुछ बड़े मैच भी जीते हैं इसलिए वे एक मजबूत टीम हैं लेकिन हमने अपनी तैयारी की है और यह उस दिन बेसिक्स सही रखने पर निर्भर करने वाला है।' सविता ने इस बारें में बोला है कि ‘यह प्रतियोगिता में एक महत्वपूर्ण मुकाबला है और हम अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।' भले ही गुरजीत ने प्रतियोगिता में पेनल्टी कॉर्नर पर कुछ गोल किए हैं लेकिन इंडिया की मुख्य कोच यानेक शॉपमैन के लिए पेनल्टी कॉर्नर को गोल में नहीं बदल पाना एक बड़ी चिंता बन चुकी है। इंडिया अगर इंग्लैंड को पछाड़ना चाहता है तो अग्रिम पंक्ति को भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। वंदना कटारिया अग्रिम पंक्ति में इंडिया के लिए स्टार रही हैं। उन्होंने वेल्स के विरुद्ध दो गोल किए लेकिन उन्हें लालरेमसियामी और शर्मिला देवी जैसी खिलाड़ियों से अधिक समर्थन की जरूरत है। मिडफील्ड और अग्रिम पंक्ति के मध्य बेहतर तालमेल की आवश्यकता है जिससे कि अधिक अवसर बनाए जा सकें। मंगलवार को एक और जीत भारत की सेमीफाइनल में जगह सुनिश्चित करने वाली है। टीम बुधवार को कनाडा के खिलाफ आखिरी पूल मुकाबला खेलने वाली है। शुशीला के बाद अब जूडो में इस खिलाड़ी ने जीता ब्रॉन्ज इंग्लैंड ने जर्मनी को दी मात महिला यूरो चैंपियनशिप का जीता खिताब अफ्रीका के ट्रिस्टन स्टब्स ने लपका अविश्वसनीय कैच, लोगों को आ गई जोंटी रोड्स की याद, Video