देवास : राजस्थान के बहुचर्चित भंवरी देवी हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंदिरा विश्नोई को राजस्थान पुलिस की एटीएस ने आखिर पांच साल बाद गिरफ्तार कर ही लिया. बता दें कि इंदिरा विश्वनोई पर 5 लाख का इनाम घोषित किया गया था. मिली जानकारी के अनुसार इंदिरा विश्वनोई को मध्य प्रदेश के देवास जिले में नर्मदा नदी के किनारे के एक समर्थक ने अपने यहां पनाह दे रखी थी. यहां वह एक सामान्य महिला के रूप में जीवन बिता रही थी. पता चला है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए सावधानी के तौर पर इंदिरा न तो फोन का उपयोग कर रही थी और न ही एटीएम का. गिरफ्तारी के बाद उसे आज जोधपुर में सीबीआई को सौंप दिया जाएगा. स्मरण रहे कि इस मामले में एक पूर्व मंत्री और एक विधायक सहित 16 आरोपी जेल में है. आपको बता दें कि पांच साल पहले राजस्थान का भंवरी देवी हत्याकांड बहुत चर्चा में था. राजनीतिक लोगों के इस मामले में शामिल होने से तब यह मामला खूब सुर्ख़ियों में था. जांच में साबित हो चुका है कि भंवरी देवी के इंदिरा विश्वनोई के भाई और पूर्व विधायक मलखान सिंह से रिश्ते थे. भंवरी देवी की एक बेटी भी मलखान से है. राजस्थान की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे महिपाल मदेरणा की भी भंवरी देवी के साथ एक सीडी उस समय चर्चा में आई थी. भंवरी मलखान से अपना हक मांग रही थी. भंवरी से पीछा छुड़ाने के लिए इंदिरा ने अपने रिश्तेदार के साथ उसके अपहरण की साजिश रची. इस साजिश में मलखान और मदेरणा भी शामिल हो गए. वर्ष 2011 में भंवरी को गायब कर उसकी हत्या कर दी गई. यह भी देखें राष्ट्रीय पशु घोषित हो गाय, गोहत्या पर हो उम्रकैद : राजस्थान हाई कोर्ट की सिफारिश बेटी के सामने दामाद को मारने वाले सास-ससुर गिरफ्तार