इंडोनेशिया में आयी सुनामी में अब तक 168 लोगों की मौत हो गई है, जब कि ताजा जानकारी अनुसार 600 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। इंडोनेशियाई अधिकारियों ने बताया कि क्रैकटो ज्वालामुखी के 'चाइल्ड' कहने जाने वाले अनक ज्वालामुखी के फटने से यह सुनामी आई है। वैज्ञानिकों की माने तो, इस द्वीप का निर्माण क्रैकटो ज्‍वालामुखी के लावा से हुआ है। इस ज्‍वालामुखी में आखिरी बार अक्‍टूबर में विस्‍फोट हुआ था। राहत कार्य में जुटे अधिकारियों कि माने तो अनक के फटने की वजह से समुद्र के अंदर लैंडस्लाइड हुआ और लहरों में असामान्य परिवर्तन आया, जिसने सुनामी का रूप ले लिया। फिलहाल इंडोनेशिया की जियोलॉजिकल एजेंसी सुनामी के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। वही मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। इससे पहले ऐसी आपदा साल 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.3 तीव्रता का भूकंप के समय आयी थी। इसके बाद हिंद महासागर के तटीय इलाकों वाले देश सुनामी की चपेट में आ गए थे। तब भारत समेत 14 देश सुनामी से प्रभावित हुए थे। दुनियाभर में 2.20 लाख लोगों की जान गई। इनमें 1.68 लाख लोग इंडोनेशिया के थे। जानकरी के लिए बता दें कि रिंग ऑफ फायर में स्थित होने के कारण इंडोनेशिया में दुनिया में सबसे अधिक भूकंप और सुनामी आते हैं। इंडोनेशिया : सुनामी की चपेट में आकर 43 लोगों की मौत, कई लोग जख्मी वीडियो: खेड़ीघाट पर बड़ा हादसा टला, 40 यात्रियों से भरी बस नर्मदा में गिरने बची 600 बीघा जमीन, 12 करोड़ और सेवादारों में छुपा है सबसे बड़ा राज