कांग्रेस नेत्री मामले की हुई हाईकोर्ट में सुनवाई

इंदौर. इंदौर पुलिस एक साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी लापता कांग्रेस नेत्री ट्विंकल डोंगरे को नहीं ढूंढ पाई है. इस बात से तंग आकर ट्विंकल के माता-पिता ने पुलिस पर मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया. मंगलवार को हाईकोर्ट ने इस पूरे मामले की जांच कर 3 सप्ताह के भीतर, रिपोर्ट अदालत में पेश करने के आदेश जारी किए है. अदालत की इस कार्यवाही के दौरान इंदौर के डीआईजी, एसपी, सीएसपी और टीआई भी मौजूद थे.

क्या है मामला

दरअसल पिछले साल 16 अक्टूबर 2016 को कांग्रेस नेत्री ट्विंकल अपने घर से नाश्ता लेने जाने का बोलकर निकली थी लेकिन इसके बाद वो घर लौटकर नहीं आई. चार दिनों तक ट्विंकल की खोज करने के बाद उसके माता-पिता बाणगंगा पुलिस थाने पहुंचे. ट्विंकल के माता-पिता का आरोप है कि पहले तो पुलिस ने मामले की छानबीन करने में देरी की, उसके बाद फ़रवरी में एफआईआर दर्ज कर जांच तो शुरू की लेकिन आज 13 महीने के बाद भी ट्विंकल का कोई अतापता नहीं है. मंगलवार को इंदौर हाईकोर्ट में हुई इस मामले की सुनवाई में डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र सहित मामले से जुड़े अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित हुए.

पुलिस की तरफ से डीआईजी ने ट्विंकल के माता पिता सहित 5 अन्य लोगों जिनमें भाजपा नेता जगदीश करोतिया और उनके 2 बेटों का ब्रेन मेपिंग टेस्ट कराने का आवेदन कोर्ट के सामने पेश किया. कोर्ट ने इस आवेदन को स्वीकार करते हुए 3 सप्ताह के अंदर आवश्यक टेस्ट करा पूरी जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के आदेश दिया है.

इस मामले में जहां एक तरफ ट्विंकल के माता-पिता ने भाजपा नेता जगदीश करोतिया और उनके बेटों पर ट्विंकल को गायब कराने का आरोप लगा रहे है तो वहीं दूसरी ओर पुलिस ट्विंकल के माता-पिता को भी संदिग्ध नजरों से देख रही है. गौरतलब है कि ट्विंकल पहले भाजपा से सक्रिय रूप से जुडी हुई थी लेकिन बाद में कांग्रेस में शामिल हो गयी थी. हालांकि अब मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस पांचों संदिग्धों का ब्रेन मेपिंग टेस्ट गुजरात स्थित गाँधी नगर की लेब में कराएगी.

 

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