इंदौर: देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में बीते दिनों सिर तन से जुदा जैसे भड़काऊ नारे लगाकर शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। यहाँ तक कि, जुमे की नमाज़ के बाद इंदौर को जला डालने तक की धमकियाँ दी गईं थी। हालांकि, मामले में आरोपी गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिए गए है। लेकिन अब खबर सामने आई है कि सर तन से जुदा के नारे लगाने वालों और शहर को जला डालने की धमकी देने वालों से मिलने के लिए पूर्व कांग्रेसी पार्षद अपने साथियों के साथ जिला जेल पहुंचे थे, इन्हें मिलवाने में समुदाय विशेष के कुछ प्रभावशाली लोग शामिल बताए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 24 जनवरी को इंदौर की एक टॉकीज में लगी शाहरुख़ खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंदूवादियों की तरफ से नारेबाज़ी की गई थी। इसके जवाब में 25 जनवरी को बड़वाली चौकी क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने भी जुमे की नमाज़ के बाद इंदौर को जला डालने और सिर तन से जुदा जैसे भड़काऊ नारे लगाए थे। इंदौर के खजराना और सदर बाजार में मुस्लिमों के इकठ्ठा होकर नारेबाजी करने की खबर सामने आई थी। हालांकि पुलिस ने समय रहते मोर्चा संभाला और दोनों पक्षों के उत्पातियों को जेल में डाल दिया। वहीं, अब सूत्रों के अनुसार जानकरी मिली है कि, भड़काऊ नारे लगाने वाले मुस्लिम युवकों से मिलने के लिए कांग्रेस के पूर्व पार्षद सैयद वाहिद अली अपने साथियों के साथ जेल पहुंचे थे। इनके साथ कांग्रेस के एक और पूर्व पार्षद अयाज गुड्‌डू के रिश्तेदार और समर्थक भी मौजूद थे। बता दें कि 2008 में इंदौर में सांप्रदायिक दंगे भड़के थे, उस समय भी शहर के मुस्लिम बहुल इलाके खजराना और चंदननगर क्षेत्र में जमकर पथराव, तोडफ़ोड़ मचाई गई थी। तब पूर्व कांग्रेसी पार्षद अयाज गुड्डू की शह पर प्रतिबंधित संगठन SIMI समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया था। ऐसे में एक बार फिर शहर के शांत माहौल को बिगड़ने की साजिशें सामने आ रही हैं। Video: तिरंगे से रिक्शा पोछ रहा था जितुल्लाह, लोगों ने रोका तो हंसने लगा.., केस दर्ज जीजा के कारण फंदे से झूली साली, चौंकाने वाला है मामला चाचा प्रदीप रैदास ने किया 9 वर्षीय भतीजी का बलात्कार, आरोपी के घर पर बुलडोज़र चलाएगी पुलिस