इंदौर : कोरोना लॉकडाउन का असर बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ा है. वहीं यूजी और पीजी कोर्स की परीक्षाओं में जनरल प्रमोशन किए जाने का रास्ता साफ होने के बाद अब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा सीईटी पर संशय बना हुआ है. कोरोना संक्रमण के डर से कांग्रेसियों ने गुरुवार को परीक्षा रद्द करने का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कुलपति के सामने सीईटी की कमेटी को भंग करने की मांग की है . जल्द ही विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले के लिए बैठक बुला सकता है. दरअसल, गुरुवार को कांग्रेस नेता जयप्रकाश राणे ने कुलपति डॉ. रेणु जैन को ज्ञापन सौंपा. इस संबंध में कांग्रेस का कहना है कि ऑल इंडिया स्तर पर होने वाली सीईटी 22 शहरों में आयोजित होती है. लेकिन कोरोना काल में परीक्षा करवाने से कई विद्यार्थियों के संक्रमित होने का खतरा रहेगा. इस बारें में कुलपति डॉ. रेणु जैन का कहना है कि सीईटी पर जल्द ही बैठक बुलाकर निर्णय ले लिया जाएगा. बता दें की जनरल प्रमोशन दिए जाने के बाद अब उच्च शिक्षा विभाग और देवी अहिल्या विश्वविद्यालय दाखिले पर जोर दे रहे है. वहीं एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा हो गई है. बच्चों का रिजल्ट जुलाई आखिरी सप्ताह तक आ सकता है. सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा के बाकी पेपर नहीं होने का निर्णय भी आ गया है. अब अगले सत्र के लिए दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. ये भी माना जा रहा है कि अगस्त दूसरे सप्ताह से ऑनलाइन आवेदन बनाए जा सकते हैं. कोरोना के वजह से जब कॉलेजों की परीक्षाएं नहीं हो पाई तो सीईटी कैसे कराई जाएगी इस विषय पर बैठक में विचार किया जा सकता है या फिर एडमिशन का कोई दूसरा तरीका सोचा जा सकता है. मालवा निमाड़ में नहीं थम रहा कोरोना का आतंक, महू में मिले छह नए मामले इस शहर में तेजी से बढ़ रहा कोरोना, तीन सप्ताह में बढ़े 871 पॉजिटिव मरीज और 28 की मौत इंदौर में जारी है कोरोना का कहर, 36 नए मामले मिले और तीन ने तोड़ा दम