इंदौर: इंदौर शहर हमेशा अपने नंबर वन के तमगे को पाने में आगे रहता है. ऐसा लगता है जैसे इस शहर को हर काम में नंबर वन आने की आदत सी हो गई हो. तभी तो एक बार फिर से इस शहर ने नंबर वन का तमगा अपने नाम किया है. जी दरअसल हाल ही में इंदौर को देश का पहला वाटर प्लस शहर घोषित किया गया है। आप सभी जानते ही होंगे कि साफ-सफाई के मामले में वैसे ही इंदौर नंबर वन है और अब इंदौर को देश का पहला वाटर प्लस शहर का तमगा भी मिल गया है। जी हाँ, सीवेज वाटर के बेहतर प्रबंधन वाले शहरों में इंदौर पहले नंबर पर आया है। अब यह प्रामणपत्र मिलने के बाद इंदौर का सफाई में लगातार 5वीं बार नंबर 1 आने का दावा मजबूत हो गया है। जी दरअसल, वाटर प्लस का प्रमाण-पत्र उन शहरों को दिया जाता है, जो नदियों और नालों में सीवरों की गंदगी को नहीं जाने देता है। ऐसे में इंदौर ने अपना दम दिखाते हुए वाटर प्लस का प्रमाण-पत्र अपने नाम किया है. इंदौर को यह सर्टिफिकेट मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही शहर के नागरिकों को बधाई दी है। इसी के साथ ही इंदौर के प्रभारी मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भी शहरवासियों को शुभकामनाएं दी है। आपको हम यह भी बता दें कि वाटर प्लस का प्रमाण-पत्र उन शहरों को मिलता है, जिन्होंने ओडीएफ डबल प्लस के सभी मानकों को पूर्ण किया हो। इसी के साथ ही आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले अवशिष्ठ मल-जल को उपचार के बाद ही पर्यावरण में छोड़ा जाता हो। इंदौर ने इन सभी पैमानों पर खरा उतरकर इतिहास रच दिया है. मिली जानकारी के तहत वाटर प्लस की चयन प्रक्रिया में देश के 84 शहरों ने आवेदन किए थे, लेकिन शहरी विकास मंत्रालय के पैमाने पर केवल और केवल 33 शहर ही उतर पाए. इस लिस्ट में इंदौर ने नंबर वन का पुरस्कार जीता और एक नया रिकॉर्ड बना डाला। Twitter का एक्शन, राहुल गांधी के बाद माकन-सुरजेवाला सहित कई कांग्रेस नेताओं के अकाउंट हुए लॉक अब्दुल कलाम के गुरु माने जाते हैं विक्रम साराभाई, मात्र 1 रुपए वेतन पर ISRO में किया था काम 17 साल बड़े सुपरस्टार से सयेशा सैगल ने रचाई थी शादी, दिलीप कुमार से है खास रिश्ता